हलधरपुर उपडाकघर से निराश लौट रहे उपभोक्ता बढ रहा रोष
मुकेश कुमार
रतनपुरा (मऊ);रक्षाबंधन का त्यौहार जैसे-जैसे निकट आ रहा है।बाजारों मे विभिन्न आकार व प्रकार की राखियों से दुकाने सजने लगी है। बहने घर से दूर बसे भाईयों को राखी भेजने के लिए तैयारी में लग गई हैं। ऐसे में उन्हे डाकघर के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। किन्तु उन्हे निराशा हाथ लग रही है।
कहीं नेटवर्क की खराबी तो कहीं प्रिंटर की खराबी का हवाला देकर रक्षाबंधन के मौसम में रजिस्ट्री के लिए आए उपभोक्ताओं को जनपद मुख्यालय जाने की सलाह दी जा रही है।इसी तरह का प्रकरण उपडाकघर हलधरपुर का है।जहाँ राखी रजिस्ट्री करने गए उपभोक्ताओं को उपडाकघर प्रबन्धक जनपद मुख्यालय जाने की सलाह दे कर अपनी ड्यूटी पूरी कर रहे हैं।उनका कहना है कि प्रिंटर खराब है।यह पूछने पर कि प्रिंटर कब तक बनने के आसार हैं।इस संबंध में कोई स्पष्ट उत्तर नही देते।
ऐसे में उपभोक्ताओं का दर्द यह है कि तीस से चालीस रुपए की रजिस्ट्री के लिए सौ रुपए खर्च कर यदि उसे जनपद मुख्यालय स्थित मुख्यडाकघर जाना पड़े तो उनके लिए बड़ी चुनौती है। किन्तु हलधरपुर उपडाकघर प्रबन्धक को उपभोक्ताओं की इस परेशानी से कोई लेना-देना नहीं है न तो विभाग की आय पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव का वास्ता। इससे क्षेत्रीय उपभोक्ताओं मे रोष व्याप्त है।