आम लोगों और अपने लोगों के विरोधी स्वर को भाजपा नेता मच्छर मक्खी बताकर मसलना चाहते हैं – अजय राय
ए जावेद
वाराणसी. वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व विधायक अजय राय ने कहा है कि भाजपा और उसके नेता जहां विरोध-रहित लोकतंत्र चाहते हैं, वहीं पूर्ण निरंकुश सत्ता मद में चूर नजर आने लगे हैं। इसका ज्वलन्त प्रमाण है प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री सुरेश खन्ना एवं शहर उत्तरी विधायक रवीन्द्र जायसवाल का वह दुर्व्यवहार, जो उन्होंने खस्ताहाल सड़क की शिकायत करने पर तेलियाबाग स्थित विवेकानन्द कालोनी में, अपने कार्यकर्ताओं सहित लोगों को मच्छर मक्खी तथा कांग्रेस का एजेंट बताकर प्रदर्शित किया।
राय ने एक वक्तव्य में कहा है कि खुद अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं सहित आम नागरिकों के साथ भाजपा नेताओं का विवेकानन्द कालोनी प्रकरण में उक्त व्यवहार लोकतांत्रिक मर्यादा के सर्वथा विपरीत निन्दनीय आचरण है। कांग्रेस या विपक्ष के लोगों को तो भाजपा के लोग मच्छर मक्खी की तरह हेय समझते ही रहे हैं। अब हैरत की बात यह है कि वे लोग अपने सत्ता मद पीड़ित व्यवहार से आम लोगों और अपने समर्थकों को भी बख्शने को तैयार नहीं हैं, अगर वे विकास कार्यों की खस्ताहाली पर अपनी परेशानी का प्रदर्शन करें और आवाज़ उठायें।
उन्होंने कहा कि वाराणसी में सड़क सहित बुनियादी सुविधाओं के ढांचे की खस्ताहाली एक नग्न सत्य है, जिसे कोई भी देख सुन सकता है। विपक्ष का धर्म है कि वह इन मुद्दों को उठाये और विरोध करे, लेकिन आज के सत्ताधारी लोकतंत्र की इस कसौटी को पचाने और बर्दाश्त करने के लिये तैयार नहीं। विपक्ष की भूमिका में कांग्रेस वाराणसी के जन समस्याओं पर मुखर विरोध करती रही है और भाजपा नेताओं की ऐसे विरोध से चिढ़ के बावजूद करती रहेगी। अब आम लोगों और अपने लोगों के ऐसे विरोध के स्वर को भी भाजपा नेता मच्छर मक्खी बताकर मसलना चाहते हैं, तो कांग्रेस उस पर भी अपने विरोध के धर्म को प्रखर रूप से दर्ज करेगी और लोगों के साथ खड़ी नजर आयेगी।