पलिया तहसील दिवस की मुख्य खबरे, फारुख हुसैन के संग
फारूख हुसैन।
पलिया कलां( खीरी)पलिया तहसील में आज जिलाधिकारी लखीमपुर की अध्यक्षता में तहसील दिवस का आयोजन किया गया जिसमें हर विभाग के अधिकारियों को बुलाया गया और उनसे लोगों की समस्याओं का निराकरण करने के लिये कहा गया।तहसील दिवस के अवसर पर फरियादियों की काफी भीड़ रही ।जिसमें लोगों ने दूर दूर से आकर अपनी शिकायतों को जिलाधिकारियों के समक्ष रखा । शिकायतों की लंबी लिस्ट के चलते कुछ ही शिकायतों पर गौर कर उनका निवारण किया गया ।जानकारी के अनुसार तहसील दिवस में एक सौ बारह लोगों ने अपनी शिकायत दर्ज करवाई जिसमें से केवल आठ समस्याओं का ही निवारण हो पाया ।इस अवसर पर जिलधिकारी आकाश दीप के साथ एस पी अखिलेश चौरसिया सीएमओ लखीमपुर ,एस डी एम शादाब असलम सहित पलिया सीओ एल डी भारती, कोतवाल पलिया ब्रजलाल यादव आदि उपस्थित थे।
युवा समाज सेवा समिति ने जन समस्याओं को लेकर तहसील दिवस में दिया ज्ञापन, जिलाधिकारी ने सी एम ओ को पर डाला भार
पलिया कलां (खीरी)= पलिया की चर्चित संस्था यूवा समाज सेवा समिति ने जनता की समस्याओं को ध्यान में रखकर पलिया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्सकों की कमी के चलते एक ज्ञापन जिलाधिकारी की अध्यक्षता में चल रहे तहसील दिवस में दिया । जिसमें पलिया के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में चल रही बहुत सी कमियों को बताया ।पलिया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में वर्षो से अभी तक चिकित्सकों की नियुक्ति नहीं हो पायी है जिसमें फिजीशियन एंड सर्जन ,नेत्र चिकित्सक, महिला एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ, एनेस्थेटिक,बाल रोग विशेषज्ञ की बहुत समय पलिया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में कमी चल रही है परंतु अभी तक किसी चिकित्सक की नियुक्ति नहीं हो पायी है और न ही उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लोगों की सहायता वश चलायी जा रही 108और 102एबुलेंस जिसका किसी तरह का फायदा चिकित्सकों की कमी के चलते नगर वासी नहीं उठा पा रहें है ।पलिया तहसील के साथ साथ आस पास के इलाकों में भी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा रहा है किसी मरीज कि गंभीर हालत होने पर उसे यहां से सीधा लखीमपुर जिला अस्पताल भेजा जाता है । यह सुनकर जिलाधिकारी महोदय ने अपनी जिम्मेदारियों से मुँह मोड़ तुरंत ही यह सारा भार सीएम पर डाल दिया परंतु जब सीएमओ द्वारा बताने पर की अभी तक पूरे जिले में ही कोई चिकित्सकों की नियुक्ति नहीं हुइ है आप की बात पर हम गौर करेंगे और जल्द ही यहां चिकित्सकों की नियुक्ति की जायेगी ।परंतु हैरानी की बात यह है कि यदि पूरे जिले में ही चिकित्सकों की नियुक्ति नहीं है तो फिर यहाँ चिकित्सकों की नियुक्ति कैसे हो पायेगी ।