गंगा ने शुरू किया सोहरा कटान, बहा काली मंदिर, टारगेट पर उदयीछपरा
अखिलेश सैनी
बलिया। तबाही की कहानी लिखकर लौट रही गंगा की लहरों का तेवर अभी भी तल्ख बना हुआ है। नदी की उतरती लहरें दूबेछपरा रिंग बंधे के गर्भ में अवस्थित उदयीछपरा गांव की ओर रूख कर दी है। यहां तीव्र गति से हो रहे ‘सोहरा’ कटान से खलबली मच गयी है। लोग अपना सामान समेटने लगे है। कमोवेश यही स्थिति अवशेष गंगापुर के लाला बागीचा की है। सोमवार को नदी की लहरों ने चलते-चलते बुढ़िया काली माई के मंदिर के साथ ही फूलझरिया देवी का आशियाना भी समेट ली। गंगा के तेवर से घबराये रामकुमार राम, शिवमुनि राम,अनिल कुमार राम, सुनील कुमार राम, कृष्णकांत वर्मा,रामरूप वर्मा, पशुराम राम, पचकौड़ी राम, श्रीकिशुन राम,विनोद राम, गंगा प्रसाद, ददन प्रसाद व संतोष अपना आशियाना उजाड़ने लगे है।
गंगा का रौद्र रूप इस समय नरम है। जलस्तर में लगातार घटाव हो रहा है। लेकिन कटान का सिलसिला तेज हो गया है। सोमवार को नदी की लहरों ने गंगापुर के लाला बागीचा में जमकर उत्पात मचाया था। इसके चलते वहां भगदड़ की हालत है। वहीं, मंगलवार को गंगा ने धाररूपी कटार बैरिया तहसील क्षेत्र के उदयीछपरा गांव के पास चलायी। करीब तीन एकड़ भू-भाग को काटते-छपटते नदी की लहरें आबादी के करीब पहुंच गयी। यहां नदी के टारगेट पर रामपरशन सिंह,प्रेमशंकर उपाध्याय, शत्रुघ्न उपाध्याय, बैजनाथ तीयर, भुटेली सिंह व दिनेश सिंह का घर आ गया है। लोग अपना सामान सुरक्षित करना शुरू कर दिये है। कटान की सूचना पर पहुंचे जेई योगेन्द्र यादव ने स्थलीय निरीक्षण कर उच्चाधिकारियों को अवगत कराया, ताकि बचाव के प्रति कदम उठाया जा सकें।
नौरंगा में 13 एकड़ खेत की जलसमाधि
बलिया। गंगा नदी कब किधर रूख कर देगी, कोई नहीं जानता। सोमवार की शाम से ही बैरिया तहसील क्षेत्र अंतर्गत गंगा पार नौरंगा स्थित फेंकू बाबा स्थान के इर्द-गिर्द नदी की लहरों ने उत्पात मचाना शुरू कर दिया है। यहां खेतों को काटते हुए नदी की लहरें लगभग 150 मीटर दूरी में 30 मीटर तक गांव की ओर बढ़ी है। दो दिनों में करीब 13 एकड़ से अधिक भू-भाग गंगा में समाने से नौरंगा ग्राम पंचायत में खलबली मच गयी है। पूर्व प्रधान प्रतिनिधि राजमंगल ठाकुर ने बताया कि गांव को बचाने के लिए जिलाधिकारी से मिलकर अनुनय-विनय किया जायेगा, क्योंकि समय रहते यदि बचाव कार्य शुरू नहीं हुआ तो आने वाला कल काफी भयावह होगा। हो रहे कटान से ग्रामीण खौफजदा है।