अज्ञात कारणों से एम्स में लगी आग, घंटो की मेहनत के बाद पाया गया आग पर काबू, कोई हताहत नही
आदिल अहमद
नई दिल्ली. शनिवार शाम दिल्ली के सबसे बड़े एम्स अस्पताल में आग लग गई। आग बुझाने के लिए 60 से अधिक दमकल की गाड़ियों की मदद लेनी पड़ी। साथ ही सुरक्षा के मद्देनज़र एम्स में एनडीआरएफ़ की टीमें पहुंची हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। दिल्ली फ़ायर सर्विस के निदेशक विपिन कैंटल के मुताबिक आग पर फिलहाल काबू पा लिया गया है। उन्होंने कहा कि आग पूरी तरह नियंत्रण में हैं और अभी कूलिंग ऑपरेशन चल रहा है। हालात पर नज़र रखने के लिए यहां स्टाफ़ को छोड़ा जाएगा।
कैंटल के मुताबिक आग के कारण कोई हताहत नहीं हुआ है। एम्स के सूचना विभाग ने मीडिया को बताया है कि आग क़रीब पांच बजे लगी, हालांकि आग लगने की वजहों के बारे में कुछ नहीं कहा गया है। माना जा रहा है कि ये आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी होगी। दिल्ली अग्निशमन अधिकारियों का कहना है कि उन्हें शाम क़रीब 5 बजकर 22 मिनट बजे फ़ोन के ज़रिए अस्पताल में आग लगने की सूचना मिली थी जिसके तुरंत बाद क़रीब दो दर्जन गाड़ियां तुरंत वहां रवाना की गईं।
आग एम्स की टीचिंग ब्लॉक में लगी है जिसमें टेस्टिंग लैब और डॉक्टरों के बैठने की जगह होती है। ये इमारत इमर्जेंसी वार्ड के नज़दीक है। इस इमारत में मरीज़ों को नहीं रखा जाता। हालांकि एहतियातन नज़दीकी इमारतों से भी मरीज़ों को निकाल कर दूसरे वॉर्डों में शिफ्ट किया गया है। एम्स के कर्मचारियों का कहना है कि अगर आज शनिवार न होता तो बड़ा हादसा हो सकता था क्योंकि कुछ मरीज़ इस इमारत में भी टेस्ट के लिए आते हैं। शनिवार होने के कारण आज हाफ़ डे था जिसकी वजह से इमारत में अधिक लोग नहीं थे।
दिल्ली के एम्स अस्पताल के डॉक्टर विशाल पाटिल ने बताया कि क़रीब साढ़े चार बजे आग टीचिंग ब्लॉक की एक इमारत में लगी। इसके नज़दीक ही कैजुएल्टी हैं जहां धुंआ फैलने लगा था। इसके बाद हमने तुरंत वहां से मरीज़ों को निकालने का काम शुरू किया।