आर्थिक मंदी के तरफ जाता अमेरिका, अमेरिकी सेन्ट्रल बैंक ने किया 1% दरो में कटौती
आफताब फारुकी
अमरीकी राष्ट्रपति ने अमरीकी फ़ेडरल रिज़र्व (अमरीका का सेंट्रल बैंक) से दरों में एक फ़ीसदी की कटौती पर विचार करने को कहा है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि फ़ेडरल रिज़र्व को कुछ क्वांटिटेटिव इजिंग जैसे प्रोत्साहन उपाए करने चाहिए। एक ट्विटर पोस्ट में उन्होंने फिर एक बार मजबूत डॉलर की बात की, जिससे दुनिया के अन्य हिस्सों में परेशानी हो रही है।
यह ट्वीट उन्होंने अपने उस बयान के कुछ घंटों पर किया जिसमें उन्होंने कहा था कि अमरीकी मंदी जैसी स्थिति की ओर नहीं जा रहा है। उन्होंने कहा कि अमरीकी अर्थव्यवस्था ज़बरदस्त रूप से अच्छा कर रही है। बताते चले कि अमरीका-चीन ट्रेड वॉर, जर्मनी से निराशाजनक आर्थिक डेटा और यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के अलग होने की अनिश्चितताओं से शेयर बाज़ार अस्थिर है। स्थिति यह है कि अमरीकी सरकार के लिए दो की जगह 10 वर्षों के लिए उधार लेना सस्ता है- यह वो संकेत है जिसे वहां के विपक्षी नेता अल्पकालिक आर्थिक जोख़िमों के डर का बढ़ना बता रहे हैं।
रविवार को ट्रंप कह रहे थे कि अमरीकी इकोनॉमी की सेहत अच्छी है लेकिन सोमवार को उन्होंने सुझाव दिया कि अमरीकी फ़ेडरल रिज़र्व को संकट के दौर के दौरान चलाए जाने वाले ‘मनी-प्रिंटिंग’ कार्यक्रम की तरफ लौटना चाहिए। राष्ट्रपति ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि हम मंदी की तरफ बढ़ रहे हैं। हम बहुत अच्छा कर रहे हैं। उपभोक्ता समृद्ध हैं। मैंने टैक्स दरों में बड़ी कटौती की है और उनके पास पैसों की कमी नहीं है।” उनका इशारा दुनिया के सबसे बड़े सुपर मार्केट वॉलमार्ट को हुए लाभ और अमरीकी उपभोक्ताओं की मजबूती की ओर था।