देखे वायरल वीडियो – यूपी के सरकारी स्कूल में “नमक रोटी” के बाद आया अब “नमकहराम”
आसिफ रिज़वी
मऊ। प्रदेश में लगता है नमक शिक्षा विभाग के साथ अपना गठबंधन कर बैठा है। पहले समाचार आपने देखा कि किस तरफ उत्तर प्रदेश के एक सरकारी स्कूल में बच्चो को मिड डे मिल में नमक रोटी खाने में दिया गया था। इसके बाद अब यह शिक्षा विभाग का “नमक” नए रंग में सामने आया है जो रंग था “नमक हराम”।
यह ताजा मामला मऊ जिले का बताया जा रहा है। मामले की जानकारी तब सामने आई जब यह विवादित वीडियो वायरल होने लगा।वीडियो में एक शिक्षा विभाग के बड़े अधिकारी द्वारा स्कूल चेकिंग अभियान में महिला शिक्षकों के साथ बातचीत में उनके स्कूल के छात्रों के सामने ही उनके लिये असंवैधानिक शब्दों “नमकहराम” का प्रयोग करते हुए कैमरे में कैद हो गए। यह वीडियो अब खूब वायरल हो रहा है। वीडियो को देख चारो तरफ बीएसए के द्वारा महिलाओं के लिये इस तरह शब्दों की निंदा की जा रही है।
प्राप्त समाचारों के अनुसार बीएसए मऊ ओपी त्रिपाठी के प्राथमिक स्कूलों को अच्छा प्रोग्रेस देनें के लिये लगातार स्कूलों का दौरा कर बेहतर शिक्षा का माहौल बनाने में लगे हुए हैं। इसी क्रम में अतिउत्साह में बीएसए ने कम्पोजिट विद्यालय सूरजपुर, दोहरीघाट में 20 अगस्त दिन मंगलवार को एक स्कूल को चेक करने पहुंचे। वहाँ उन्होंने ने बच्चों से बातें की उनके लिये तालियां भी बजवाई। लेकिन अपने अफसर शाही के रौब में ये ध्यान रखना भूल गए कि महिला शिक्षकों के लिये मर्यादा के विपरीत शब्दों का प्रयोग कर उनके सम्मान को ठेस उन्हीं के स्कूल के बच्चों के सामने वह पंहुचा रहे है। वह उस विद्यालय के बच्चो के गुरुजनों को “नमकहराम” कह कर संबोधित कर बैठे है।
अब सवाल यह उठता है कि किसी महिला के लिये वो भी सार्वजनिक जगह पर इस तरह का शब्द प्रयोग कर उसके आत्म सम्मान को ठेस पहुचना कहाँ तक उचित है? बीएसए मऊ के द्वारा इस तरह के शब्द का प्रयोग क्या उचित है? इस वायरल वीडियो में बीएसए द्वारा शब्द प्रयोग की सभी ओर निंदा की जा रही है।