जब याद आया गोल्डन कार्ड है मेरे पास…..
संजय ठाकुर
मऊ जिले में आयुष्मान के एक लाभार्थी कुमकुम के पिता गोपाल मद्देसिया ने बताया मार्च 2019 में उनकी बेटी गले की गम्भीर बीमारी से ग्रसित थी जिसे बीएचयू के डाक्टर ने देखते ही दिल्ली के एम्स के लिये रेफर कर दिया। वहां जाने के बाद सभी जांच के बाद डाक्टरों ने बताया कि उसके आप्रेशन पर करीब 2.5 लाख का खर्च आएगा।
यह सुनते ही गोपाल बहुत अधिक चिंता में गये क्योंकि एक सप्ताह पारिवारिक समारोह में पैसे खर्च हो गए। लेकिन उन्हें ध्यान आया कि उन्हें प्रधानमंत्री जनारोग्य का कार्ड मिला था उन्होंने अपनी पत्नी को फोन किया तो उनकी पत्नी ने बताया कि दिल्ली जाते समय उन्होंने उनके बैग में उस कार्ड को रखा था। गोपाल ने गोल्डन कार्ड निकाल कर अस्पताल में कागजातों के साथ जमा किया और 24 घंटे में ही उनकी बेटी का ऑपरेशन कर सफलतापूर्वक किया गया और कुमकुम ठीक होकर अपने घर वापस आ गई। आज पूरा परिवार प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का गुणगान कर रहा है।