जातिगत भेदभाव के फंदे से झूल नवजवान ग्राम विकास अधिकारी ने खत्म किया अपनी ज़िन्दगी, सुसाइड नोट में लिखा मार्मिक कारण
फारूख हुसैन
लखीमपुर खीरी। समाज के अन्दर जातिगत भावनाए कुछ इस प्रकार जन्म ले चुकी है कि इसके ताने बाने में लोग यह भी परवाह नही करते है कि कोई इन तानो को झेल न सके और अपनी खुद की ईह लीला समाप्त कर बैठे। देश में इसके कई उदहारण है कि जाति को लेकर दिए जाने वाले तानो को इन्सान बर्दाश्त नही कर सका है और अपनी जान दे बैठा है।
ताज़ा मामला लखीमपुर खीरी का है। जहा एक अधिकारी कुछ प्रधान और एक राजनैतिक दल के तानो को बर्दाश्त नही कर पाया और अपनी इसी जद्दोजहद में खुद को फांसी के फंदे पर लटका कर जान ले बैठा। अधिकारी द्वारा छोड़े गए अपने सुसाइड नोट में एक राजनैतिक दल सहित कुछ ग्राम प्रधानो पर जाती बोधक शब्दों के प्रयोग और प्रताड़ना का आरोप लगाया है।
प्राप्त समाचारों के अनुसार लखीमपुर में पोस्टेड ग्राम विकास अधिकारी त्रिवेंद्र कुमार ने खुद को अपने आवास में ही फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुबह होते ही जब त्रिवेंद्र कुमार का लटकता हुआ शव उसके परिजनों ने देखा तो उनके होश फाख्ता हो गए। घर में कोहराम सा मच गया। त्रिवेंद्र कुमार ने मौत की नींद सोने के पहले एक सुसाइड नोट लिखा है जिसमे मृतक ने कुछ ग्राम प्रधान एवं एक किसानो के राजनैतिक दल के अध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाते हुवे आत्महत्या की वजह उनको बताया है।
शायद त्रिवेन्द्र कुमार इतना ही परेशान हो चुके होंगे कि उन्होंने अपने सुसाइड नोट में बहुत कुछ तो लिखना चाहा मगर लिखा नहीं सका। सोसाइड नोट मे साफ तौर पर लिखा है कि मैं त्रिवेंद्र कुमार ग्राम विकास अधिकारी के पद पर हु। वहा किसान यूनियन के नेता श्यामू और प्रधानो के द्वारा मैं कथित तौर पर प्रताड़ित किया जा रहा हु, मुझे गलत गाली और आरक्षण के विरुद्ध बोला जाता है। जिससे मैं काफी परेशान हु। मैं अपने परिवार के लोगो से बहुत प्यार व विश्वास करता हु।
नोट में मृतक ने लिखा है कि वहा ब्लाक पर मेरा मज़ाक बनाया जाता है। अगर मुझे कुछ होता है तो इसके ज़िम्मेदार रसूलपुर प्रधान और देवरिया प्रधान तथा किसान यूनियन के अध्यक्ष मेरी मौत के ज़िम्मेदार होंगे। ज़िन्दगी के आखरी ख़त के आखिर सफे में मृतक ने लिखा है कि मैं अपने आप से विफल हो गया हु। साथ ही उक्त प्रधानो और किसान नेता के सम्बन्ध में उचित सजा की मांग भी पत्र में की गई है।
घटना की सुचना मिलने के बाद पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियो ने मौके का मुआईना किया। घटना के पहलुओ की जाँच किया जा रहा है। मृतक के शव को कब्ज़े में लेकर पंचनामा कर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया गया है। मामले में जाँच चल रही है। मृतक की इसी वर्ष नवम्बर में शादी होनी थी। इस तरह सिर्फ एक ही नही बल्कि दो परिवार पर घटना का असर पड़ा है। वही पुलिस प्रशासन ने भी मामले में कमर कस लिया है और मुक़दमा दर्ज कर गिरफ़्तारी का प्रयास शुरू कर दिया है।