रामपुर- जाने दलबदलू पर वा पडोसी मुल्को से रिश्ते पर क्या कहा आज़म खान ने
रविशंकर
रामपुर के जिला सहकारी बैंक के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री आजम खां ने गरीबों के लिए आवास आवंटन के प्रपत्र बांटे। काशी राम आवासीय योजना के तहत 323 आवास विहीन गरीबों को कैबिनेट मंत्री आजम खां ने आवास आवंटन प्रपत्र बांटकर बधाई दी और ये भी कहा कि हमें अफसोस है कि हम कुछ ही गरीबों की मदद कर पाए हैं और वह आगे भी और गरीबों के लिए ऐसा करेंगे।जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वे रामपुर में गरीबों के लिए एवं रिक्शा चालकों के बच्चों को अच्छी तालीम देने के लिए बहुत खूबसूरत और आधुनिक स्कूल बनायेंगे।और जौहर विश्व विद्यालय में ऐसे मेडिकल कॉलेज बनाने की बात कही जैसा पूरे विश्व में नही होगा।
कैबिनेट मंत्री आजम खान ने दल बदलुओं के भजपा में जाने के सवाल पर कुछ इस तरह निशाना साधा
अब देखिये जो हमारे यहाँ से जा रहे है वो तो है न जब शिप में /पानी के जहाज़ में सुराख़ हो जाये और डूबने का इमकान हो जाये तो सबसे पहले चूहे भागते है ।अब ऐसे लोगों को जिन्हें ऐसा अंदेशा होगा के उन्हें टिकेट न मिलेगा वो तो भागेगे ही ।
आज़म खान ने काश्मीर में जारी हिंसा और पड़ोसियों से रिश्तों के सवाल पर कुछ यूं कहा,
बहुत अच्छी बात है पड़ोसी से अच्छे रिश्ते होने चाहिए नेपाल से भी हमारी कड़वाहट है श्री लंका से भी हमारी कड़वाहट है। बंगला देश से भी बहुत अर्ज़ी रिश्ता हुआ है हमसे। चाइना बहुत ज़मीन ले चुका है हमारी पाकिस्तान से जैसे रिश्ते हैं वो जग ज़ाहिर है। ताल्लुकात अब तो अच्छे होने चाहिये वैसे भी ऐसी फ़ॉरेन पॉलिसी होनी चाहिये जिससे देश का कोई भी कोना सुरक्षित न हो और किसी से भी ऐसे तालुकात न हो। पाकिस्तान से तालुकात का एक तरीका तो तैयार हुआ ही है कि प्रधान मंत्री बगैर किसी सिक्युरिटी क्लीयरेंस के दुश्मन मुल्क पहुंच गये। सालगिरह में भी तोहफ़े लेकर पहुंचे और चार दिन पहले ही फौजियों के सिर उतारे गये। बड़े हिंसा की बाते चल रही थी उस वक़्त और उस दिन भी हिंसा हो रही थी। जिस दिन प्रधान मंत्री चोरी छिपे गये अब एक काम हो सकता है तालुकात बेहतर करने के लिए अगर माने मशवरा हमारा एक साल दो साल उनके घर जाकर रहे तो हो सकता है साल दो साल प्रधान मंत्री जी वहां पर रहें तो उनका आचरण बदले उनकी सेवा करे शायद ह्रदय परिवर्तन हो जाये।