नहीं रहे वरिष्ठ अधिवक्ता राम जेठ मलानी, लम्बे समय से थे बीमार
आफताब फारुकी
नई दिल्ली/ मशहूर वकील राम जेठमलानी का 95 साल की उम्र में निधन हो गया है। उनका निधन दिल्ली स्थिति आवास पर हुआ। बताया जा रहा है कि उनकी तबीयत पिछले काफी समय से खराब चल रही थी। जेठमलानी अभी आरजेडी से राज्यसभा सांसद थे। वह अटल बिहार वाजपेयी की सरकार में शहरी विकास मंत्री रहे।
जेठमलानी का जन्म वर्त्तमान पाकिस्तान के शिकारपुर में 14 सितंबर 1923 को हुआ था। वह पढ़ने में मेधावी रहे। दूसरी, तीसरी और चौथी कक्षा की पढ़ाई एक साल में ही पूरी कर ली थी और मात्र 13 साल की उम्र में मैट्रिक पास कर गये थे। जेठमलानी के पिता बोलचंद गुरमुख दास जेठमलानी और दादा भी वकील थे। पाकिस्तान बनने के बाद वह एक दोस्त की सलाह पर मुंबई आ गए थे। यहां वह रिफ्यूजी कैंप में काफी दिनों तक रहे।
उन्होंने 17 साल की उम्र में वकालत की डिग्री हासिल कर ली थी। जेठमलानी ने 1959 में केएम नानावती बनाम महाराष्ट्र सरकार का पहला केस लड़ा था और वह उससे काफी मशहूर हो गए थे। इसमें जेठमलानी ने यशवंत विष्णु चंद्रचूड़ के साथ केस लड़ा था और बाद में चंद्रचूड़ देश के चीफ जस्टिस भी बने।