हिस्ट्रीशीटर और पूर्व बसपा नेता वीरेद्र काला की दिनदहाड़े हत्या, दर्जनों गोलिया दाग हमलावरों ने उतारा मौत के घाट
हर्मेश भाटिया
नई दिल्ली: नरेला लामपुर मोड़ पर सुबह करीब 10.45 मिनट पर 45 साल का वीरेंद्र काला उर्फ मान अपनी सफेद रंग की हुंडई कार से जा रहा था तभी घात लगाए करीब 10 बदमाशों ने वीरेंद्र की कार पर ताबड़तोड़ फायरिंग करना शुरू कर दिया और चंद सेकंड में वीरेंद्र का शरीर गोलियां से छलनी कर दिया.
पुलिस के मुताबिक करीब 26 गोली वीरेंद्र को मारी गई हैं और एक दर्जन से ज्यादा गोली उसकी कार पर चलाई गई हैं. इसका सबूत कार पर लगे गोलियां के तमाम निशान दे रहे हैं. ताबड़तोड़ फायरिंग की जानकारी जब तक पुलिस को मिलती तब तक सभी हमलावर मौके से फरार हो गये. बताया जा रहा है कि घात लगाए हमलावर स्विफ्ट गाड़ी से थे.
घटना के बाद वीरेंद्र के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है. बताया जाता है कि वीरेंद्र नरेला के खेड़ा खुर्द का रहने वाला था और पहले बसपा पार्टी से 2013 में विधानसभा और एक बार नगर निगम का चुनाव भी लड़ चुका था. फिलहाल वीरेंद्र आम आदमी पार्टी से जुड़ा हुआ था और आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट लेने के प्रयास में लगा था.
अगर वीरेंद्र के आपराधिक रिकॉर्ड की बात की जाए तो पुलिस फाइल के मुताबिक वीरेंद्र नरेला थाने का घोषित अपराधी था. करीब 14 आपराधिक मुकदमे भी उस पर दर्ज थे. बताया यह भी जाता है की वीरेंद्र पहले दिल्ली के कुख्यात गैंगस्टर नीरज बवानीय के लिए काम करता था. घटना का कारण आपसी दुश्मनी और प्लाट पर कब्ज़ा है अथवा कोई गैंगवार ये तो पुलिस जांच का विषय है. जहा एक तरफ हालात गैंगवार का इशारा करते हुवे टिल्लू और गोगी गैंग के नाम भी सामने ला रहे है वही परिवार के सदस्य इस घटना को राजनैतिक दुश्मनी से जोड़ कर देख रहे है.