पूर्व मंत्री हाजी निसार हुसैन के पुत्र मुस्तफा हुसैन आये आज़म खान के मुखालिफ, डीएम से मुलाकात कर किया यह मांग

गौरव जैन

रामपुर – पूर्व मंत्री हाजी निसार हुसैन के पुत्र एवं कोऑपरेटिव सोसायटी के चेयरमैन मुस्तफा हुसैन ने आज जिलाधिकारी से मुलाकात की और तहसील सदर रामपुर के ग्राम पसियापुरा शुमाली में स0पा0 सरकार के दौरान पूर्व मंत्री मोहम्मद आजम खां व उनके करीबी चमरौआ विधायक नसीर अहमद खां ने हल्का लेखपाल ओमेंद्र सिंह से सांठगांठ कर वर्ष 2012 में गरीब किसानों की जमीने व सरकारी जमीनों पर जबरन कब्जा कर व एक किसान की सदमें में हुई मौत के मामले की जांच करवा कर कार्यवाही करवाने की मांग की।

पूर्व मंत्री पुत्र मुस्तफा हुसैन ने जिलाधिकारी को दिए ज्ञापन में आरोप लगाते हुए अवगत कराया है कि पसियापुरा शुमाली में पूर्व मंत्री मोहम्मद आजम खां ने अपने राजनैतिक प्रभाव के चलते वर्ष 2007 से लेकर वर्ष 2018 तक हल्का लेखपाल ओमेंद्र सिंह की तैनाती निजी लाभ की दृष्टि से करवाई, फिर अपने निजी सलाहकार विधायक नसीर अहमद खां के माध्यम से उससे सांठगांठ कर गांव के गरीब किसानों पर दबाव डलवाते हुए जबरन पसियापुरा निवासी हाजी सलामत पुत्र मुबारक अली की लगभग 7 बीघा जमीन व सैफी परिवार की जमीनों को हल्का लेखपाल व पुलिस के दबाव में बहुत ही कम दाम में क्रय कर कब्जा कर लिया। ग्राम पसियापुरा निवासी इरशाद हुसैन पुत्र हाजी सलामत, शकील हाजी पुत्री सगीर हाजी, कलवे अली पुत्र अब्दुल गनी, सरदार पुत्र हाजी सलामत, मौ0 अली पुत्र मुबारक अली, साबरा पत्नि सद्दीक आदि गरीब किसानों की जमीनों को बिना क्रय किए ही जबरदस्ती कब्जा कर बाउंड्री वाल में ले लिया गया। जिस कारण बहुत किसानो का खेतो पर जाने का रास्ता ही बन्द कर दिया गया। यही नहीं सरकारी जमीन जैसे गूले, उद्वान विभाग, ग्राम समाज व नवीन परती की भूमि पर भी कब्जा कर वर्ष 2012 से हमसफर रिसोर्ट का निर्माण करवाना शुरू कर दिया। हमसफर रिसोर्ट के बगल में स्थित खाद के गड्डो पर मिट्टी से पटान कराकर जल निगम द्वारा पानी की टंकी का निर्माण इसलिए करवा दिया, ताकि हम सफर रिसोर्ट को जल की आपूर्ति हो सके। तथा अपने दूध की डेयरी पर जाने के लिये गरीब खुरशीद पुत्र महमूद व अरशद पुत्र महमूद आदि के मकान तोड़कर रास्ता बनाया गया। यही नही लेखपाल से सांठ-गांठ कर राजस्व के अभिलेखो में भी छेड़छाड़ की गई है।

मुस्तफा हुसैन ने यह भी आरोप लगाया कि पसियापुरा के हाजी सलामत पुत्र मुबारक अली से जबरन भूमि क्रय करने के परिणाम स्वरूप सदमें के चलते कुछ समय बाद ही हाजी सलामत की मृत्यु हो गई और उनके दो पुत्र इरशाद व सरदार आज भी गांव में परचूनी की दुकान कर अपना पेट पालते हैं और आज भी पूर्व मंत्री मो० आजम खां के खौफ में जी रहें हैं। हाजी सलामत की मृत्यु हो जाने के कारण अन्य गरीब किसान भी पूर्व मंत्री मो० आजम खां का विरोध नहीं कर सके और गरीब किसानों की लगभग 50 बीघा से अधिक भूमि पर आज भी आजम खां का अवैध कब्जा है। गरीबों की भूमि को बाउंड्री वाल बनाकर आजम खां ने अपने कब्जे में कर रखा है।

इस मौके पर मुस्तफा हुसैन के अलावा मोहम्मद इशाक, रिजवान खां, मोहम्मद इस्माइल, असगर अली, सलामत अली, कलवे अली आदि लोग मौजूद थे।

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