सीएचसी मे महिला चिकित्सक के अभाव के चलते उचित देखभाल नही होने से जच्चा बच्चा की मौत
फारूख हुसैन
लखीमपुर (खीरी) गोलागोकर्णनाथ नगर के मिल वार्ड मोहल्ला की एक प्रसूता जच्चा बच्चा की सीएचसी मे इलाज के बाद हालत बिगडने पर जिला हास्पिटल रेफर किये जाने के बाद रात दस बजे रास्ते मे मौत हो गयी ।जानकारी के अनुसार सीएचसी मे महिला चिकित्सक नूतन मेहरोत्रा रात्रि मे कभी नही रुकती हैं रात्रि मे प्रसूताये पूरी तरह से नर्स के हवाले कर दी जाती हैं । प्रसूताओं के परिवार जनो से रात्रि मे हास्पिटल कर्मी जम कर वसूली भी करते है। मेटरनिटी वार्ड का स्टाफ देता है रूपये न देने पर प्रसूताओं के परिजनो को प्राइवेट हास्पिटल ले जाने की सलाह भी दी जाती है महिला चिकित्सक की नियुक्ति नही होने के पीछे बताया जा रहा सीएमओ आफिस व प्राइवेट नरसिंग होम लावी के बीच भृष्ट गठवंधन का हाथ हैं इसलिए वर्षों से कोई महिला चिकित्सक अभी तक नहीं आई हैं । पर मेटरनिटी के नाम पर प्रतिमाह इसी सीएचसी से अनुदान राशि के चेक जारी किये जाते है ।जब डाक्टर प्रसव कराती ही नही तो आशाबहुओं के जरिये कैसे दिये जाते है चेक। समाज सेवी अशोक अग्रवाल ने सीएचसी मे व्याप्त मेटरनिटी के नाम पर किये जा रहे फर्जीबाडे पर सवाल उठाया है ।