बिना मानक और बिना सुरक्षा के जिला अस्पताल और महिला अस्पताल में दिया जा रहा भोजन
फारुख हुसैन
लखीमपुर खीरी÷ एक तरफ स्वस्थ्य महकमा साफ सफाई और पौष्टिक खाने को लेकर सलाह दे रहा है। वहीं दूसरी तरफ महकमा ही नवजात बच्चों के साथ उनकी मां को बीमारी से संक्रमित करने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रख रहा है। वह भी वल्र्ड पेसेन्ट सेफ्टी डे में बेहतर काम की शपथ लेने के बाद का हाल है।
स्वास्थ्य महकमा जिला अस्पताल, महिला अस्पताल सहित सीएचसी में भी भर्ती मरीजों को खाने की सुविधा उपलब्ध कराने को ठेका दे रखा है। इन ठेकों में सीएचसी पर एक तरफ खाना की सुविधा नहीं दी जा रही। वहीं दूसरी तरफ जिला अस्पताल और महिला अस्पताल में बिना मानक के खाने के साथ ही सेफ्टी का ध्यान भी नहीं रखा जा रहा। खाना परोसने के समय न तो ग्लब्स, न ही सिर को ढका जा रहा है। आलम यह है कि खाना देने वाला पूरे कपड़े भी नहीं पहन रहा है। इसके चलते खाना दूषित होने और इस दूषित खाना खाने से बीमारी का संक्रमण होने का खतरा होने का अंदेशा बन गया है। सुबह के नाश्ते में फल गायब है इसके साथ ही खाने के साथ न तो सलाद दी जा रही है और दही और न ही मीठा उपलब्ध कराया जा रहा है। मंगलवार को स्वास्थ्य महकमे ने जिला अस्पताल में वल्र्ड पेसेंट सेफ्टी डे मनाते हुए सीएमएस डॉ. आरके वर्मा की मौजूदगी में बेहतर इलाज के साथ ही मरीजों को सहायता और सुरक्षा की शपथ ली।
जब हमने इस प्रकरण में सीएमओ डॉ मनोज अग्रवाल से बात किया तो उन्होंने कहा कि इस मामले की जानकारी नहीं है। ऐसा है तो इसकी जांच कराकर सख्त कर्रवाई की जाएगी। साफ सफाई का होना बेहद जरूरी है। साथ ही खाने का मानक भी पूरा होना चाहिए।