जब गंगा बही हाइवे पर, इतिहास का गवाह बना एनएच 31
अंजनी राय
बलिया : गंगा के जलस्तर में अनवरत विस्तार से वैसे तो जनपद भर में प्रलय मचाने को अमादा है पर नेशनल हाई-वे 31 पर बलखाती गंगा की लहरों ने आम जनमानस की जीवन शैली को अस्त-व्यस्त कर दिया। सोमवार को बैरिया में एनएच पर चढ़े पानी ने मंगलवार को लगभग आधा दर्जन स्थानों पर सड़क को पार कर किया। सर्वाधिक खराब स्थिति बैरिया के पास रही यहां पानी घुटना था और प्रवाह काफी तेज। सड़क पर पानी फैलने से आवागमन प्रभावित हुआ। आलम यह था कि सागरपाली, वैना, बैरिया व लक्ष्मणपुर में यह प्रतीत नहीं हो रहा था कि यह सड़क है या नदी।नदी के जलस्तर में तेज बढ़ाव के कारण प्रति क्षण दर्ज हो रहे नए इतिहास का साक्षी नेशनल हाई-वे बन गया। माल्देपुर से भरौली तक सड़े से सट कर बह रहा पानी ओवर फ्लो कर एनएच पार कर गया। वह भी एक दो स्थान पर नहीं आधा दर्जन स्थानों पर।
ट्रेनों के परिचालन पर पङा प्रभाव
पूर्वांचल में नदियों के तेवर में आए बदलाव का असर रेल यातायात पर भी पड़ा है। बलिया-छपरा रेल मार्ग पर रेलवे पटरी के पास तक बाढ़ का पानी आ जाने से ट्रेनों की धीमी चाल हो गई है। रेलवे मुख्यालय से छपरा-गौतमस्थान रेलवे स्टेशन के बीच 10 किमी प्रति घंटे की गति से गाड़ियों का पास कराने का आदेश जारी किया गया है।