98 साल के इतिहास में लार में पहली बार घरों में होगी पूजा नहीं लेंगे डोल मेले में भाग
- डोल आयोजको ने कहा,_ पुलिस मीटिंग करने को बुलाती है। फिर नाम पता नोट कर केस दर्ज कर देती है।
लार में अंग्रेजो के समय से डोल रखने की परंपरा है। यहाँ भभ्य डोल मेला भी लगता है। गत वर्ष लार के पकड़ी तर के डोल के रास्ते को लेकर मुश्लिम वर्ग के कुछ युवकों ने विरोध जताया। पुलिस ने पंचायत के लिए हिन्दू वर्ग के लोंगो को बुलाया। फिर उन पर केस दर्ज हो गए। इस वर्ष भी पीस कमेटी की बैठक में लोग बुलाये गए। बैठक में नाम पता दर्ज हुए। दूसरे दिन ही डोल आयोजको के दरवाजे पर पुलिस नोटिस लेकर पहुँच गयी।
उन पर 107/116 की कार्रवाई की गयी। पुलिस के इस कार्रवाई के विरोध में घारी वार्ड के विक्रांत सिंह शुभम सिंह सौरभ सिंह नेहाल सिंह मनीष सिंह पवन सिंह विनय भोला महेंद्र सुरेश आदि ने आज पुलिस को लिख कर दे दिया की हम पुलिस के दमनात्मक कारववाई का विरोध करते है। हम डोल मेला में नहीं जाएंगे। इस खबर से हिन्दू जनमानस में क्षोभ है। ज्ञात हो की घारी में क्रमवार बारी बारी सबके यहाँ डोल रखा जाता है। इस वर्ष ठाकुर ओम प्रकाश सिंह के यहाँ डोल रखा जाना है। पुलिस कार्रवाई से खिन्न घारी के लोग परम्परागत जुलुस और डोल मेला में अपना डोल नहीं ले जाएंगे। अपने मुह्ह्ल्ले में ही करेंगे पूजा पाठ।