अहले सुबह दोहरे हत्याकांड से दहली बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी, हौसला बुलन्द बदमाशो ने किया दंपत्ति की हत्या
तारिक आज़मी / ए जावेद
वाराणसी। बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी आज अहले सुबह ही गोलियों की तड़तडाहट से गूंज उठा। हौसला बुलंद बदमाशो ने कर्म काण्ड करवाने वाले एक ब्राह्मण और उनकी पत्नी की गोली मार कर हत्या कर दिया। घटना काली महाल की है। बताया जा रहा है कि मृतकों में पति के के उपाध्याय को उनके घर के दरवाज़े पर और उनकी पत्नी को घर के अन्दर घुस कर बदमाशो ने गोली मारी।
बताया जा रहा है कि मृतक पति पिशाच मोचन के गद्दीदार थे और वहीं कर्मकांड कराते थे। घटना के पीछे भाइयों के बीच संपत्ति विवाद सामने आ रहा है। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है।
घटना के सम्बन्ध में प्राप्त समाचारों के अनुसार पिशाच मोचन पर कर्म कांड कराने वाले गद्दी संचालक कृष्णा कान्त उपाध्याय काली महाल में रहते थे। अज्ञात बदमाशों ने आज शनिवार को सुबह घर के बाहर उन्हें गोली मारी दी गई, फिर घर में घुसकर उनकी पत्नी को भी गोली मारकर हत्या कर दी। गोली चलने की आवाज सुनकर लोग वहां जुटने लगे, लेकिन तब तक हमलावर फरार होने में कामयाब रहे। घटना की सूचना मिलने पर एडीजी जोन ब्रज भूषण शर्मा, आईजी जोन विजय सिंह मीणा, एसएसपी आनंद कुलकर्णी, जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली। रोते बिलखते परिवार के सदस्यों ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि इलाके की पुलिस से पहले ही घटना की आशंका जताई गई थी, लेकिन कुछ नहीं किया गया।
घटना के कारणों के सम्बन्ध में बताया जा रहा है कि इन दिनों पितृ पक्ष के कारण पिचाश मोचन पर कर्मकांड कराने वालों की भीड़ लगी रहती है। मृतक कृष्णा कान्त उपाध्याय की जजमानी ज्यादा होने के कारण उनके यहां ज्यादा भीड़ रहती थी। यह भी कहा जा रहा है कि उनके भाइयों की उतनी कमाई नहीं है। इसके अलावा भाइयो से संपत्ति को लेकर भी विवाद था। जजमानी के कमाई के सम्बन्ध में भी मृतक का उनके भाइयो से विवाद होता रहता था। ताज़ा प्रकरण में कल शुक्रवार को भी झगड़ा हुआ था।
वाराणसी में सरेआम हुई इस दोहरे हत्याकांड से दहशत की स्थिति है। पुलिस हत्याकांड के आरोपियों के धरपकड़ में छापेमारी कर रही है और आरोपियों के संभावित ठिकानों पर छापेमारी का दौर जारी है। प्रकरण में मृतक के भारी राजेंद्र, उसकी पत्नी और बेटे सहित पांच लोगो पर हत्या का आरोप है।
मृतक के परिजनों ने लगाया पुलिस पर लापरवाही का आरोप
मृतक के बेटे सुमित उपाध्याय ने अपने चाचा चाची पर हत्या का आरोप लगाया है। उसने बताया कि वह उसके पिता के साथ पिसाचमोचन घाट जा रहा था तभी कुछ लोग इसका पीछे जब यह आगे बढ़ा तो हमलावर बगल के हॉस्टल में जाकर छिपे गए।
सुमित ने बताया कि मेरे सामने हमलावरों ने पिस्टल लोड किया। जबतक मैं ऊपर आकर मा को बताता तबतक बदमाशो ने मेरे पापा को गोली मार दी फिर मेरी माँ को गोली मार दी। गोली मेरे चाचा चाची उनका बेटा और एक दो और साथ मे थे उन्होंने ही मारी है। मेरे चाचा पूरा मकान जमीन हड़पने का चक्कर मे पड़ा था। सुमित ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उसने कहा कि बीती शाम ही मैंने उनकी सूचित किया था मेरे चाचा चाची मेरे मा-बाप को मारने के फिराक में है उनके पास असलहा है। चौकी इंचार्ज मेरी बात नही सुने।