2016 में हुवे चर्च धमाके का हुआ सफल खुलासा

फारूख हुसैन

लखीमपुर-खीरी में क्राइस्ट चर्च पर हुए विस्फोटक हमले में अपनी नाकामी छिपाने के चलते, जिस केस में दो वर्ष पूर्व सदर कोतवाली पुलिस एफआर लगा चुकी थी, उसी केस में जब एटीएस ने जांच कर घटना में 6 अपराधियों को चिन्हित कर दिया, तब जाकर सदर कोतवाली पुलिस जागी और उनमें से दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर घटना का अनावरण खुद करना दिखा कर अपनी पीठ खुद ही थपथपा ली।

दरअसल लखीमपुर खीरी में 17 सितम्बर 2016 की रात शहर के मोहल्ला कपूरथला में स्थित क्राइस्ट चर्च कुछ अज्ञात लोगों द्वारा विस्फोटक हमले की घटना को अंजाम दिया गया था, इस घटना से चर्च की सारी खिड़कियों के शीशे और दरवाजे तेज धमाके की वजह से उड़ गये थे आसपास के क्षेत्र में हड़कंप मच गया था। विस्फोटक हमले की सदर कोतवाली पुलिस ने 18 सितंबर 2016 को एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की थी और 1 वर्ष बाद ही अभियोग के विवेचक मो. रफी आलम द्वारा अभियुक्तों की पहचान न होने के कारण 12 अगस्त 2017 को फाइनल रिपोर्ट लगा दी गई थी।

चूंकि इस घटना में पोटेशियम, नाइट्रेट सहित अन्य खतरनाक विस्फोटक पदार्थ प्रयोग किए गए थे, इसलिए जब मामले की जांच एटीएस ने शुरू की तो घटना में शामिल छह अभियुक्तों को एटीएस ने चिन्हित किया। एटीएस के अनुसार विस्फोट की फोरेसिंक जांच में पोटेशियम क्लोरेट, क्लोराइड, नाईट्राइट तथा सल्फर पाया गया था। अभियुक्तों में तीन की पहचान जामिन पुत्र अमीन, रामलाल भार्गव पुत्र रामऔतार निवासीगण ग्राम सिसैया कलां थाना धौरहरा, सज्जन अली पुत्र मासूक अली निवासी हरसिंहपुर थाना निघासन, खीरी के रूप में हुई, वहीं तीन अभियुक्त कमरू, गुड्डू निवासी बहराइच व अफजल निवासी लखीमुपर के भी संलिप्त होने की बात प्रकाश में आई, लेकिन सही पता न मालूम होने के कारण इनकी तस्दीक नहीं हो पाई।

एटीएस ने अपनी रिपोर्ट में कमरू को इस घटना का मास्टरमाइंड बताया था। एटीएस की रिपोर्ट आते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में एफआर लगने के 2 वर्ष बाद इसी रिपोर्ट के आधार पर सदर कोतवाली पुलिस ने घटना का अनावरण दिखाते हुए दो अभियुक्तों गिरफ्तार कर लिया। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक में पूनम ने बताया कि मुख्य अभियुक्त कमरू ने उक्त घटना को कारित करने के लिए इनसे कहा था और इसके बदले दो लाख रूपए देने के लिए भी कहा था, लेकिन सात हजार रुपए ही दिए गए।

एसपी ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्तों ने बताया कि उन्होंने दो लाख रुपये के लालच में घटना को अंजाम दिया था। एसपी के अनुसार रामलाल व सज्जन अली को पाॅलिटेक्निक गेट सलेमपुर कोन से गिरफ्तार किया गया है। जिनके द्वारा लखीमपुर व आसपास के अन्य शहरों व कस्बों में जाकर संगीन घटनाओं को अंजाम देकर अवैध रूप से धनोपार्जन किया जाता था। घटना को अंजाम देकर यह अपराधी नेपाल भाग जाते थे। वही घटना को अंजाम देने वाला मास्टर माइंड कमरू पुलिस के हत्थे नही चढ़ा है।  एसपी ने घटना के अनावरण व गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम को 20 हजार रूपए का पुरस्कार देने की घोषणा भी की।

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