नरही कथित पुलिस गोली कांड: मीडिया के सामने फफक पड़े भाजपा विधायक
अखिलेश सैनी।
बलिया। नरही थाना कथित पुलिस गोली कांड के बाद से गायब चल रहे भाजपा विधायक उपेन्द्र तिवारी अचानक रविवार को मीडिया से मुखातिब हुए तो फफक-फफक कर रो पड़े। पूर्व मंत्री पर आरोप लगाया कि सब कुछ उनके ही इशारे पर हुआ है। पुलिस ने मुझे ही लक्ष्य कर गोली चलाई थी, लेकिन विनोद राय को लग गयी और उनकी मौत हो गयी। कहा कि हम गिरफ्तारी के डर से भागने वाले नहीं है। इस अन्याय के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे। शुक्रवार की रात नरही थाना पर हुए बवाल के बाद से गायब बीजेपी विधायक सामने आये तो हाथ पर प्लास्टर चढ़ा और माथे पर पट्टी बंधी थी। कहा कि हम अपने लोगों को छोड़कर भागने वालों में से नहीं है। घटना का जिक्र करते हुए विधायक ने कहा कि एक पशुपालक को पुलिस ने पूर्व मंत्री के इशारे पर पशु तस्कर घोषित कर दिया। कहा कि जिस मवेशी को नरहीं पुलिस ने बरामद किया था, उसे वह संत कबीर नगर के मेला से खरीदकर लाया था। इसकी पक्की रसीद भी दिखाई गयी, लेकिन सुनवाई नहीं हुयी। विधायक ने कहा कि दुर्व्यवहार करने वाले दरोगा के खिलाफ कारवाई की मांग नहीं मानने के चलते धरना जारी रखा गया था। पुलिस ने अचानक ही लाठी और गोली चला दी। मुझे भी लाठियों से पीटा गया। विधायक ने एडीएम पर भी कार्रवाई की मांग की। यह कहने पर कि उसी पशुपालक के खिलाफ दो साल पहले ही मऊ में पशु तस्करी का मामला दर्ज है, विधायक ने कहा कि इसकी जानकारी हमें नहीं है। मेरा उससे सम्बन्ध कुछ दिनों ही पुराना है। विधायक उपेन्द्र तिवारी यह कहते हुए रो पड़े कि वह मृतक साथी विनोद राय के परिवार के साथ हैं। उनकी बेटियों का भविष्य सुरक्षित करने के लिए हर संभव काम करेंगे। विधायक जी इस सवाल को टालते नज़र आये कि एक तरफ भाजपा गौरक्षा का मुद्दा उठाये है और दूसरी तरफ आप गौवंश तस्कर का साथ दे रहे है।