स्कूल में इकबाल की कविता “लब पर आती है दुआ…” गवाने वाले प्रिंसिपल को मिली शिक्षक के रूप में बहाली, दिया विभाग ने सख्त निर्देश
आफताब फारुकी
लखनऊ : पीलीभीत के एक सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल को केवल इस कारण विहिप की शिकायत पर निलंबित कर दिया गया था कि वह छात्रों से प्रसिद्ध कवि इकबाल का गीत ‘लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी’ गवाते है। मामला मीडिया की सुर्खियों का हिस्सा बन बैठा और स्थानीय शिक्षा विभाग ने इस कारण से पिछले सप्ताह निलंबित किए गए पीलीभीत में सरकारी प्राइमरी स्कूल के प्रधानाध्यापक फुरकान अली को चेतावनी देकर वापस बहाल कर दिया गया है और उनका स्थानांतरण दूसरे स्कूल में कर दिया गया है।
इस सम्बन्ध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र स्वरूप ने कहा कि फुरकान अली एक शिक्षक के रूप में काम करेंगे ना कि प्रधानाध्यापक के रूप में। फुरकान अली के दिव्यांग होने की जानकारी मिलने के बाद मानवता के आधार पर उन्हें उसी क्षेत्र में दूसरे स्कूल में तैनात कर दिया गया है।
बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी ने कहा कि फुरकाल अली को अंतिम और सख्त चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है। उनसे कहा गया है कि वह विभागीय कानूनों का पालन करें और वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में अपनी ड्यूटी करें।
गौरतलब हो कि फुरकान अली विहिप की शिकायत पर निलंबित किया गया था जिसमें कहा गया था कि प्रधानाध्यापक छात्रों को, जिनमें अधिकतर बहुसंख्यक समुदाय के बच्चे हैं, जबरन प्रार्थना ‘लब पे आती है दुआ’ गवाते हैं। विहिप के अनुसार, यह प्रार्थना आम तौर पर मदरसों में गाई जाती है। इस मामले के मीडिया में आने के बाद स्थानीय जिला प्रशासन भी थोडा बैक फुट पर आया और आखिरकार शिक्षक की बहाली किया है।