बेटी के पैदा होने से लेकर शादी तक की सरकार ने ली जिम्मेदारी – प्रभारी मंत्री अनिल राजभर
अरविन्द यादव
बलिया: बालिकाओं के लिए अत्यंत लाभकारी ‘कन्या सुमंगला योजना’ का शुभारंभ शुक्रवार को कलेक्ट्रेट स्थित नवनिर्मित बहुद्देशीय सभागार में हुआ। मुख्य अतिथि प्रभारी मंत्री अनिल राजभर समेत अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर योजना की लांचिंग की। कार्यक्रम में हजारों छात्राएं व आम जन मौजूद थे। इस अवसर पर आईसीएसई, सीबीएसई व यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट में सर्वाधिक अंक पाने वाली टॉप-टेन बालिकाओं को पुरस्कृत कर उनका उत्साहवर्धन किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि अनिल राजभर ने कहा कि इस आधी आबादी को नजरअंदाज कर बेहतर परिणाम की कल्पना हम नहीं कर सकते। नारी तुम श्रद्धा हो, यह बातें सिर्फ किताबों और लोगों के भाषण तक ही सीमित नहीं रहे बल्कि धरातल पर भी दिखे, इसी सोच के साथ प्रदेश सरकार ने इस योजना का शुभारंभ किया है। कहा कि अब बेटी के पैदा होने से लेकर सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत शादी कराने तक की जिम्मेदारी सरकार ले रही है। इससे भ्रूण हत्या रुकेगी, लैंगिक अनुपात बढ़ेगा, बालिका शिक्षा के प्रति लोग जागरूक होंगे और हमारा समाज एक बेहतर रूप में होगा। नारी सशक्तिकरण का एक उदाहरण देते हुए प्रभारी मंत्री ने कहा कि आज केंद्र व प्रदेश सरकार की 80 फ़ीसदी योजनाओं का लाभ महिलाओं को मुखिया बना कर दिया जा रहा है। माताओं-बहनों को मजबूत करने के लिए अभी और अवसर मिलेगा। ऐसे में उनका हर सपना पूरा होगा। प्रभारी मंत्री ने कहा कि यहां के लोगों के लिए मैं हर महीने उपलब्ध रहूंगा। सरकारी कार्यक्रमों के अलावा जब भी बलिया आना होगा, लोगों की समस्याओं को सुनता रहूंगा।
जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत ने योजना की विस्तृत जानकारी दी। टीडी कालेज की प्रोफेसर निशा राघव ने नारी शिक्षा व सुरक्षा के लिए बालिकाओं को जागरूक होने के सम्बंध में जरूरी बातें बताईं।
बालिकाओं ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की दी प्रस्तुति
सुमंगला योजना की लांचिंग कार्यक्रम के दौरान परिषदीय, कस्तूरबा विद्यालय के अलावा अन्य प्राइवेट स्कूलों से आईं बालिकाओं ने एक से बढ़कर एक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। मुख्य अतिथि व वहां मौजूद हजारों लोगों ने तालियों से गड़गड़ाहट से बालिकाओं के उत्साहवर्धन किया। खासकर, कस्तूरबा गांधी विद्यालय, रसड़ा की प्रियंका व नेहा ने सरस्वती वंदना पर नृत्य और पकवाइनार की बालिकाओं ने राजस्थानी नृत्य व रेवती की बालिकाओं ने हरियाणवी नृत्य प्रस्तुत कर जमकर तालियां बटोरी। प्रभारी मंत्री ने भी अपने सम्बोधन के माध्यम से इन बालिकाओं कार्यक्रम को सराहा। ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ आधारित गीत व कार्यक्रम को भी लोगों ने खूब पसंद किया।
योजना के उद्देश्य और लाभ
कन्या सुमंगला योजना का मुख्य उद्देश्य कन्या भ्रूण हत्या को समाप्त करना, समान लैंगिक अनुपात स्थापित करना, बाल विवाह की कुप्रथा को रोकना, बालिकाओं के स्वास्थ्य एवं शिक्षा को प्रोत्साहन देना, बालिकाओं को स्वावलंबी बनाने में सहायता प्रदान करना और बालिका के जन्म के प्रति समाज में सकारात्मक सोच विकसित करना है। योजना के तहत कुल छह चरणों में 15 हजार रुपये की राशि मिलेगी। बालिका के जन्म होने पर दो हजार, एक वर्ष तक पूर्ण टीकाकरण के बाद एक हजार, पहली कक्षा में जाने के बाद दो हजार, छठवीं में प्रवेश के समय दो हजार, नौवीं में जाने के बाद तीन हजार और स्नातक या दो वर्षीय डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश लेने के बाद पांच हजार की धनराशि देय होगी।
दिव्यांग बच्चों द्वारा बनाए गए दीप व सजावट के सामान को सराहा
दीपावली त्यौहार को देखते हुए दिव्यांग बच्चों द्वारा हस्तनिर्मित दीप, मोमबत्ती और अन्य सजावट के सामग्रियों का स्टाल सभागार परिसर में लगाया गया। प्रभारी मंत्री अनिल राजभर ने उसका अवलोकन किया और वहां मौजूद लोगों से अपील किया कि इन सामग्रियों को खरीदें। दिव्यांग बच्चों की कला को भी उन्होंने सराहा और उनके साथ फोटो खिंचवाई।
नवनिर्मित सभागार का किया उद्घाटन
जनपद के सबसे बेहतर सभागार के रूप में बनकर तैयार ‘बहुउद्देशीय सभागार’ का उद्घाटन प्रभारी मंत्री ने शुक्रवार को किया। 5 करोड़ 95 लाख 54 हजार की लागत से बने सभागार में बड़ा मंच व एक हजार आधुनिक कुर्सियां लगी है। बकायदा विधि-विधान के साथ पूजन-अर्चन कर इसका उद्घाटन हुआ। वहां आने वाले लोगों के लिए यह सभागार भी एक आकर्षण का केंद्र बना हुआ था।
कार्यक्रम में ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष विनोदशंकर दूबे, भरत भैया, नागेंद्र पांडेय के अलावा सीडीओ बद्रीनाथ सिंह, सीएमओ डॉ प्रीतम शुक्ला, डीपीआरओ शेषदेव पांडेय, डीआईओएस भास्कर मिश्र, उप निदेशक कृषि इंद्राज, कृषि अधिकारी विकेश कुमार, सीडीपीओ सुरेन्द्र यादव, सूचना एवं विज्ञान अधिकारी निजामुद्दीन अंसारी, प्रभारी बीएसए सुभाष गुप्ता समेत हजारों लोग मौजूद थे। संचालन प्रोबेशन अधिकारी केके राय ने किया।