कभी आजीविका चलाने के लिए टायर पंचर लगाने वाले इस शख्स को मिल सकता है मंत्री पद का तोहफा
अब्दुल बासित मलक
यमुनानगर. कभी अजीविका चलाने के लिए टायर के पंचर लगाने वाले पूर्व बैंक ऑफिसर सत्यप्रकाश जरावता को मनोहर मंत्रीमंडल में स्थान मिल सकती है। पटौदी से बीजेपी की टिकट पर लड़े व 36,579 वोटों से जीत दर्ज करने जरावता कई कारणों से मंत्रीपद की दौड़ में हैं। वर्ष 2014 में सत्य प्रकाश जरावता बीजेपी में शामिल हुए थे। तब उन्हें टिकट तो नहीं मिला परंतु बीजेपी ने उन्हें अपना प्रदेश सहप्रवक्ता बनाया था।
जरावता ने इस दायित्व को भली भांति निभाया भी। वह न सिर्फ सीएम मनोहर लाल के भरोसमंद हैं, बल्कि प्रदेश के प्रभारी एवं राष्ट्रीय महासचिव अनिल जैन व निर्वतमान लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर के भी विश्वासपात्र हैं।
जरावता आरक्षित वर्ग से आते हैं। बीजेपी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया गुरुग्राम व फरीदाबाद से एक-एक विधायक को मंत्रीमंडल में स्थान मिल सकती है। बीजेपी ने गुरुग्राम की चार में से तीन सीटें जीती हैं। इनमें गुरुग्राम से सुधीर सिंगला, पटौदी से सत्यप्रकाश जरावता व सोहना से संजय सिंह शामिल हैं। इसमें किसी एक को मौका दिया जाएगा। तो वहीं फरीदाबाद जिले की बड़खल सीट से दूसरी बार जीती सीमा त्रिखा भी मंत्री बन सकती हैं। 53 वर्ष की सीमा त्रिखा की छवि अच्छी है। वे संगठन के साथ केंद्रीय एंव प्रदेश नेतृत्व की पसंद हैं। सीमा त्रिखा पॉलिटिक्स में आने से पहले शिक्षिका थीं। वे सीएम मनोहर लाल की विश्वासपात्र हैं। हालांकि वह इस कड़े मुकाबले में कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी विजय प्रताप सिंह को सिर्फ 2545 वोटों से हरा पाईं।
पटौदी के गांव लोकरा निवासी सत्य प्रकाश जरावता ने शुरुआती प्रयत्न के बाद गुरुग्राम ग्रामीण बैंक में क्लर्क के पद पर सबसे पहले जॉब की। बाद में वे बैंक में ऑफिसर भी बने। वह पूर्व सांसद और दलित नेता उदित राज के सम्पर्क में आए। इसके बाद रेवाड़ी स्थित रामपुरा हाउस के सम्पर्क में आ गए व राव इंद्रजीत सिंह के कट्टर समर्थक बन गए। वह 2009 में विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते थे जॉब से त्यागपत्र दे दिया, लेकिन इंद्रजीत की करीबी भी उन्हें टिकट नहीं दिला पाई। बाद में राव इंद्रजीत सिंह के मना करने के बाबजूद जरावता बतौर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर गए एवं पराजित हुए। इससे उनके राव इंद्रजीत से मतभेद हो गए। बाद में पंचायत चुनावों में सत्य प्रकाश जरावता अपने वार्ड से निर्विरोध पंचायत समिति मेम्बर चुने गए एवं उसके बाद पंचायत समिति चेयरमैन भी चुने गए। बाद में उन्होंने एमए एसएसबी भी की। वह सीएम मनोहर लाल, बीजेपी नेता अनिल जैन, लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह के भी निकटस्थ बने।