वाराणसी – हौसला कुख्यात अपराधियों के संरक्षणदाता बने ग्रामीण, दबिश देने गई पुलिस टीम पर किया हमला, थाना प्रभारी रोहनिया सहित कई पुलिसकर्मी घायल
मोहम्मद सलीम
वाराणसी। जिले में अपराध का हौसला बुलंद होने का कई कारण हो सकता है। मगर यदि आज जंसा थाना क्षेत्र में घटी घटना को ध्यान से देखा जाए तो फिर बरबस ही यही विचार दिमाग में आयेगा कि जब जनता ही अपराधियों का संरक्षण कर रही है तो उनके हौसले तो बुलंद ही होंगे। इसको संरक्षण ही तो कहा जायेगा कि जब पुलिस दो अपराधियों को पकड़ने के लिए दबिश में जाती है तो ग्रामीण ऐसे इकट्टा हो जाते है जैसे अपराधी नही किसी संत की वह सुरक्षा में लगे हो। जनता खुद पुलिस को उलटे बंधक बना लेती है और उनकी पिटाई कर देती है। कुछ ऐसा ही आज वाराणसी पुलिस को देखना पड़ा।
घटना कुछ इस प्रकार है कि जौनपुर की क्राइम ब्रांच पुलिस आज सोमवार की शाम अपने यहाँ के कुख्यात बदमाश राजन भारद्वाज और राहुल की तलाश में सुरागगशी करने के लिए वाराणसी आई। इस दौरान पुलिस को इनपुट प्राप्त हुआ कि उक्त बदमाश जंसा थाना क्षेत्र के हरसोस गांव में है। इस सुचना पर क्राइम ब्रांच के पुलिस कर्मियों ने सादे भेष में गाव में जाकर सुरागगशी करना शुरू किया। बताया जाता है कि सही इनपुट मिले के बाद पहले एक बाइक से वर्दीधारी पुलिसकर्मी सही घर की तलाश कर लेता है और फिर अपने अधिकारियो को सटीक जानकारी देता है कि राजन और राहुल इसी गाव के एक घर में बैठ कर भोजन कर रहे है।
अपने अधिकारियो को सुचना देकर वह वर्दीधारी पुलिस कर्मी मौके पर ही दोनों अपराधियों पर नज़र रखे था, सूचना पर एक स्कार्पियो में तीन सादे वेश में सवार हरसोस गाव में दाखिल होते है और सटीक जानकारी के आधार पर छापा मारते है। इस छापेमारी में राजन भारद्वाज और राहुल भारद्वाज पकडे जाते है, जिनको पुलिस वाले लेकर गाडी में बैठ जाते है। इस दौरान अचानक उन अपराधियों के संरक्षणदाता कुछ ग्रामीण पथराव करने लगते है जिसका फायदा उठा कर राहुल पुलिस को धक्का दे कर भाग निकला। लेकिन स्कार्पियो सवार पुलिसकर्मी राजन को लेकर मौके से निकालने में सफल हो गए।
इसके बाद कथित रूप से गुस्साए ग्रामीणों ने बाइक सवार पुलिसकर्मियों पर जमकर पथराव करके उन्हें बुरी तरह से घायल कर दिया। यही नही पुलिस कर्मी को नीम के पेड़ में बांध कर उनकी दो पिस्टल भी लूट ले गए। इस दौरान ग्रामीणों के पथराव में कई पुलिसकर्मियों को चोटें भी आई हैं। इस दौरान थाना प्रभारी रोहनिया को भी गंभीर चोट आई जिनको इलाज हेतु ट्रामा सेंटर में भर्ती करवाया गया है। कई पुलिस कर्मियों का इलाज निजी चिकित्सालय में चल रहा है। थाना प्रभारी रोहनिया को काफी गंभीर चोट आने के समाचार प्राप्त हो रहे है।
घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी आनंद कुलकर्णी एसपी देहात मार्तंड प्रकाश सिंह कई थाने की फोर्स लेकर मौके पर पहुंचकर बदमाशों की तलाश में ताबड़तोड़ छापेमारी कर रहे हैं। वही पुलिस पर हमलावरों की तलाश जारी है। समाचार लिखे जाते समय कुछ पत्थराव कर रहे ग्रामीण पुलिस के हत्थे पड़े है। एसएसपी आनंद कुलकर्णी समाचार लिखे जाने तक मौके पर रहे।
इस घटना के बाद कई सवाल उठ रहे है। अपराधियों को संरक्षण देने वालो कि अपराध से प्रभावित आमूमन आम जनता होती है। बिना सुरक्षा के निश्चिन्त अपना जीवन यापन करने वाले नागरिको को ही अपराधी अपना शिकार अधिकतर बनाते है। जब कोई अपराध होते है तो पुलिस के मुह पर खड़े होकर उन्हें बुरा भला कहने वाली जनता आखिर अपराध को खुद संरक्षण कैसे दे रहा है। क्या अपराधियों को संरक्षक बनकर आप उनके हौसले बुलंद कर नही रहे है।