पुलिस मुठभेड़ में ढेर हुआ मऊ में दहशत का एक नाम इनामिया बदमाश हरिकेश यादव, जाने कैसे आया वह जरायम की दुनिया में

संजय ठाकुर  

मऊ जिले की पुलिस को सोमवार की दोपहर उस समय बड़ी सफलता हाथ लगी जब जब पुलिस पर फायर कर भाग रहे बदमाशों का कई थाने की पुलिस ने पीछा किया। इस दौरान मधुबन थाना क्षेत्र के देवरा अंचल के धर्मपुर विशुनपुर गांव के पास मुठभेड़ हुई। इस दौरान पुलिस की गोली का शिकार होकर एक बदमाश मारा गया, जबकि बाइक पर सवार उसका साथी भागने में सफल रहा। मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मी के भी घायल होने का समाचार है।

पुलिस की गोली से घायल बदमाश को तत्काल स्थानीय अस्पताल भेजा गया जहा दौरान-ए-इलाज उसकी मौत हो गई। मृत बदमाश की शिनाख्त कुख्यात अपराधी एक लाख के इनामिया बदमाश हरिकेश यादव के रूप में हुई है। पुलिस फरार बदमाश की तलाश में जुटी हुई है। समाचार लिखे जाने तक फरार बदमाश के सम्बन्ध में पुलिस को कोई सफलता हाथ नही लगी है। हरकेश यादव रानीपुर थाना क्षेत्र का निवासी है।

मुठभेड़ दोपहर में 1:30 बजे के करीब कोपागंज थाना क्षेत्र के बख्तावर पुलिया के पास हुई थी। पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ होने की सूचना वायरलेस से प्रसारित हुई। इसके बाद जिले के हर थाने की पुलिस अलर्ट होकर बदमाशों की तलाश में जुट गई। सूचना मिलने के अनुसार पुलिस भाग रहे बाइक सवार बदमाशों का पीछा करती रही, इस बीच बदमाश पुलिस से लुक्का चुप्पी करते हुए मधुबन थाना क्षेत्र के देवरा अंचल के गांव धर्मपुर बिशनपुर पहुंच गए।

यहां पुलिस और बदमाशों के बीच आमने सामने फायरिंग हुई। इसमें गोली लगने से एक बदमाश हरिकेश यादव की मौत हो गई, जबकि उसका साथी भागने में सफल रहा है। हालांकि पुलिस घेराबंदी कर फरार हुए बदमाश की तलाश में जुटी है। मृत बदमाश की शिनाख्त हरिकेश यादव के रूप में होने से मू पुलिस ने राहत की साँस लिया है। बताते चले कि हत्या और लूट जैसे जघन्य अपराध में वांछित हरिकेश यादव मऊ पुलिस के लिए सरदर्द बना हुआ था।

कौन था हरिकेश यादव

हरिकेश के मारे जाने से रानीपुर, चिरैयाकोट थाना क्षेत्र के साथ मुहम्मदाबाद गोहना के व्यापारी, ठेकेदार और अन्य कारोबारियों ने राहत की सांस ली है। हरिकेश यादव उर्फ मास्टर पुत्र स्व। रामबचन मूलरुप से रानीपुर थाना क्षेत्र के गौली पलिया गांव का निवासी था। बचपन में मां का निधन हो जाने पर अन्य लोगों ने उसे पाला पोसा था।

कैसे बना अपराधी

स्नातक तक की पढ़ाई करने वाला हरिकेश शुरू से मनबढ़ था। इसका परिणाम रहा कि वह छोटे मोटे अपराध करता था। 2016 में वह सपा नेता कुंवर यादव की हत्या कर जरायम की दुनिया में उतरा। उसकी प्रति दिन बढ़ती हरकतों से तंग आकर पत्नी अपने बच्ची के साथ मायके जाकर रहने लगी थी।

सियासत में आजमाना चाहता था भाग्य

लालू यादव को अपना गुरु मानने वाला हरिकेश अपने गुरु लालू यादव की तर्ज पर राजनीति की तरफ अग्रसर होकर गांव की प्रधानी लड़ने की तैयार कर रहा था। इसके लिए वह दहशत फैलाने लगा। इसी क्रम में उसने गांव के वर्तमान प्रधान नंदलाल राजभर को 23 अप्रैल को गोली मारी थी। घटना के समय नंदलाल जिला मुख्यालय से घर लौट रहे थे। इतना ही नहीं प्रधानी चुनाव लड़ने का मन बना रहे गांव निवासी और टायर व्यापारी राजू सिंह पर उनकी दुकान पर फायर किया था। जिसमें राजू तो बच गया लेकिन सेल्समैन विनोद गुप्ता की गोली लगने से मौत हो गई थी।

इससे पूर्व हरिकेश ने 16 जनवरी 2019 को सरायलखंसी थाना क्षेत्र के बढ़ुआ गोदाम के पास आरटीआई कार्यकर्ता बालगोविंद सिंह को ताबड़तोड़ गोलियां मारकर मौत के घाट उतार दिया था। इस तरह से वह हत्या और हत्या के प्रयास के चार मामलों में वांछित चल रहा था। हरिकेश के बढ़ते आतंक को देख जिला पुलिस ने उसको इनामियां घोषित किया।

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