आज भी धरिकार समाज मूलभुत सुविधाओं से वंचित है – एड. माधुरी वर्मा
ए जावेद
वाराणसी. नगर निगम सिगरा वाराणसी में शहीद उद्यान पार्क में धरकार समाज की एक बैठक आयोजित हुई। जिसमें धरिकार समाज के चिंतको और समाज से जुड़े लोगो ने शिरकत किया। बैठक में प्रस्ताव रखा गया कि सरकार हर जाति के लोगो को अलग अलग सुविधा मुहैया करा रही है। जिससे उनका जीवकोपार्जन चल सके।
बैठक में चर्चा हुई कि धरकार समाज के बारे में कभी कोई ध्यान नही देता है। जबकि धरकार समाज की संख्या एक करोड़ से ऊपर है। हर जगह झुंड के झुंड इनकी संख्या है। लेकिन सरकार इस समाज को जानती तक नही। इस धरकार समाज का नाम आने पर पूछा जाता है कि कौन है ? क्या करते है ? हकीकत में देखा जाय तो इनका पेशा बॉस से टोकरी, बेना इत्यादि वस्तुओ को बनाने का है।
बैठक में प्रस्ताव पास हुआ कि धरिकार समाज को जागृत करके समाज के हितो हेतु अपनी आवाज़ उठाया जायेगा। इस अवसर पर बोलते हुवे एड माधुरी वर्मा ने कहा कि धरकार समाज को मुलभुत सुविधाये भी नसीब नही है। ये समाज आज भी खानाबदोशो के तरह जीवन जीने को मजबूर है। कभी प्रकृति इसको मारती है तो अक्सर महंगाई मारती है। ऐसा नही है कि धरकार समाज में शिक्षा की कमी हो। या फिर इनके पास प्रतिभा नही है। अगर धरकार समाज के कार्यो को सरकार प्रोत्साहन दे तो देश का नाम यह समाज अपनी कला से रोशन कर सकता है।
बैठक की आयोजनकर्ता एडवोकेट माधुरी वर्मा थी। इस अवसर पर एड अजय वर्मा, डॉ। जे पी वर्मा, संतोष खोजवा, विजय, संतोष सुकुलपुरा, आजाद, अनिल, रामलखन आदि धरकार समाज के बुद्धिजीवी उपस्थित थे। बैठक की अध्यक्षता एड माधुरी वर्मा ने किया।