उफ़ चकेरी पुलिस ये क्या किया- पुलिस हिरासत में हुई युवक की मौत का जिम्मेदार आखिर कौन ?

राजेन्द्र केसवानी व दिग्विजय सिंह की रिपोर्ट
तकनिकी सहयोग – आदित्य वर्मा
कानपुर 4/08/16 चकेरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत रहने वाले कमल(25) को अज्ञात  पुलिसकर्मियो  द्वारा दिनांक 2/08/16 को रात्रि 8 बजे उठा लिया गया था किसी मामले में कमल आरोपी था कमल के घर वालो का आरोप है क़ि पुलिस ने उसे मार-मारकर मार डाला उन्होंने बताया की हम लगातार पुलिस के पास  जा रहे थे लेकिन पुलिस ने उसे नहीं छोड़ा पुलिस कमल की डेड बॉडी पोस्टमार्टम हाउस जब ले आई तो हमें सूचना मिली और हम पोस्टमार्टम हाउस गए और देखा की यह कमल का मृतक शरीर है। कमल मज़दूरी करता था घर वालो का यह भी आरोप है की थाने के दलाल विजय सिंह एडवोकेट व कमल करिया यह दोनों थाने की दलाली करते है और लोगो को पहले पुलिस से पकड़ाते है और बाद में उन्हें छुड़वाते है जिनसे इनकी दलाली सेट रहती है।

मामला नम्बर – 2
कानपूर 4/08/16 , चकेरी थाना के अंतर्गत रहने वाले राजू नाम के युवक को कल रात 11 बजे पुलिस उसके घर से उठा कर ले आई घर वालो का आरोप है की राजू को पुलिस ने गायब कर दिया और परिवार वालो ने ऐसी शंका जाहिर की है कि पुलिस ने राजू की हत्या कर दी है। राजू राजमिस्त्री का काम करता था। राजू के परिवार में पत्नी व दो बच्चे है और 1 सायानी बहन है और राजू इकलौता कमाने वाला घर का सदस्य था। उसी की कमाई से घर खर्च चलता था। वही इस प्रकरण में मनोज कुमार शुक्ला महाराजपुर विधानसभा प्रत्याशी  का कहना है की पुलिस कस्टडी में राजू को उसकी पत्नी ने देखा था और पुलिस राजू को बुरी तरह मार रही थी प्रत्यक्षदर्शी भी यह बता रहे है की पुलिस ने राजू को घर से लूट वाले मामले में उठाया गया था और दुसरे दिन उसकी पत्नी थाने गयी तो राजू की लाश दिखाया गया किन्तु उसका चेहरा नहीं दिखाया गया था। ये दोनों मामले को लेकर के जन आक्रोश इतना बढ़ गया की चकेरी थाने में ईट पत्थरों से पत्थर बाज़ी की व पुलिस ने बवाल बढ़ता देख कई थानो की फ़ोर्स व पीएसी बुला ली। थाने के सामने पुलिस द्वारा जनाक्रोश को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए वहीँ पूरे मामले में मीडिया से पुलिस बचती रही और लगातार परिजनो से समझौते का प्रायस करती रही। वहीँ मामले की जानकारी के लिए थाना प्रभारी से बात की गयी तो उन्होंने गुमराह करते हुए बताया की राजू को पुलिस ने नही उठाया और तुरंत फोन काट दिया।
अब पुलिस के लिये बड़ा सवाल:-
1- आखिर राजुमिस्त्री को पुलिस ने नहीं उठाया तो उसे जमीन खा गयी या आसमान निगल गया ? और फिर राजू मिस्त्री की पत्नी का बयान उसका क्या ?

2- पुलिस ने कमल बाल्मीकि के नाम के पीछे उर्फ़ राजू क्यों लगाया ?
3-एस. ओ साहब यह बता रहे है की कमल बाल्मीकि ने सुसाइड किया तो वे इस सवाल पर क्यों फ़ोन काट रहे है की कमल ने कहा सोसाइट किया ?
4- एस.ओ चकेरी सवाल करने पर फोन क्यों काट रहे है?
5- थाने से पोस्टमार्टम ले जाते वक़्त राजू की पत्नी को राजू का चेहरा क्यों नहीं दिखाया?
6- क्या पुलिस जब किसी मामले में किसी को उठाकर लाती है तो कही कोई को लिखत पढ़त नहीं करती है क्या ?
7- कमल वाल्मीकि को पुलिस ने कहा से उठाया था ?
8-क्या दोषी पुलिस कर्मियो के खिलाफ हत्या व साजिश का मुकदमा नहीं दर्ज होना चाहिए ?
खैर साहेब सवाल तो काफी है मगर जवाब शायद कोई दे पाये। समाचार लिखे जाने तक प्राप्त सुचना के अनुसार खबर लिखे जाने तक पुलिस के आलाधिकारियों द्वारा कुछ पुलिसकर्मियों  को बर्खास्त जाने खबर आ रही है।

पूरी चौकी निलम्बित
एसएसपी शलभ माथुर ने चौकी इंचार्ज योगेन्द्र सिंह सोलंकी, सिपाही योगेश कुमार, संतोष कुमार, अमित कुमार, अश्वनी कुमार, वीर सिंह, राम निवास, अनिल कुमार, मिथलेस कुमार, मोहम्मद शादाब, सहदेव सिंह, महेश चन्द्र और चन्द्र पाल को निलंबित कर दिया है।

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