ससुराल गए युवक को ससुरालियो ने जिंदा जलाया, इलाज के दौरान हुई मौत
फारुख हुसैन
लखीमपुर खीरी। जिले में एक दिल दहला देने वाली तस्वीर सामने आई है जहां पर अपनी पत्नी को विदा कराने ससुराल गए युवक के साथ ससुराल वालों से कुछ विवाद के चलते युवक को पेट्रोल डालकर ज़िंदा जला दिया दिया। इसके बाद उन्ही लोगो ने युवक को ले जाकर जिला अस्पताल छोड़ा और वहां से फरार हो गये। घटना की जानकारी मिलने पर युवक के परिजन आनन फानन में जिला अस्पताल पहुंचे, जहां युवक की हालत गंभीर देखते हुए युवक को लखनऊ रेफर कर दिया गया। लखनऊ में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। यहीं नहीं हद तो तब हो गयी जब उस मृतक युवक के परिजनों द्वारा सूचना देने के बाद भी उसकी थाने में उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गयी।
घटना के सम्बन्ध में प्राप्त समाचारों के अनुसार लखीमपुर खीरी के कोतवाली पसग॔वा की चौकी उचोलिया इलाके के मोहद्दियापुर गावँ में बीते पच्चीस फरवरी को हरदोई निवासी युवक विनीत की शादी हुई थी। विनीत अपनी पत्नी को विदा करवाने के लिये अपने ससुराल गया हुआ था। परिजनों का आरोप है कि ससुराल में किसी बात को लेकर विनीत का ससुराल वालों से कुछ विवाद हो गया। विवाद किस कारण हुआ था यह उनको नहीं मालूम।
मृतक युवक की बहन द्वारा मीडिया को स्क्रीन शॉट उपलब्ध करवाते हुवे आरोप लगाया कि घटना से 15 मिनट पहले उसके भाई ने उसके पास मैसेज करके बताया था ससुराल वाले उसे जलाना चाहते है। जिसके बाद मृतक की बहन ने अपने भाई को बचाने के लिए पुलिस विभाग के आला अधिकारी व जिले के पुलिस अधीक्षक को भी ट्वीट कर जानकारी दिया। लेकिन फिर भी पुलिस ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया और आखिर कार युवक के ससुराल वालों ने युवक को पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया।
परिजनों का आरोप है कि जब युवक पूरी तरीके से झुलस गया तो ससुराल वाले आनन-फानन में उसे शाहजहांपुर जिला अस्पताल लेकर गये और उसे वहीं छोड़कर भाग गए, जहां से युवक को लखनऊ रेफर कर दिया गया था। इसके बाद परिजन घायल युवक को लेकर लखनऊ पहुचे जहा सिविल अस्पताल में इलाज के दौरान युवक की मौत हो गयी। मृतक के शरीर पर गंभीर चोटों के निशाँन होने का भी आरोप परिजन लगा रहे है।
परिजनों का आरोप है कि इस सबके बावजूद भी पुलिस को घटना की जानकारी देने पर भी घटना की पुलिस ने अभी तक रिपोर्ट दर्ज नहीं किया है और न ही वह मौके पर पहुंची है। इस बारे में जब आला अधिकारियों से जानकारी ली गयी तो उन्होने कैमरे के सामने बोलने से इन्कार कर दिया है। अब बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर महिलाओं की सुरक्षा के बड़े बड़े वादो के बीच एक पुरूष को कैसे इंसाफ मिलता है।