ओलो के साथ बारिश का पानी, किसानों की बढ़ी परेशानी
फारुख हुसैन
लखीमपुर खीरी. बीते दिन से हो रही बारिश और सर्द हवाओं ने से जहां तराई क्षेत्रों में जहां सर्दी को बढ़ा दिया है जिससे लोग जहां सर्दी से बचाव के लिये आग जलाकर रहें हैं तो वही लोग अपने घरों में दुबकने को भी मजबूर हैं बारिश की वजह से बाजारों में भी सन्नाटा पसरा हुआ है तो वहीं इस बारिश ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं।
बताते चले कि बीते दिन से मौसम में बदलाव के बाद सुबह से ही आसमान पर काले काले बादल छायें हुए थे और सर्द हवायें चलने लगी थी जिसमें बीती रात से ही बारिश शुरू हो गयी और फिर शुक्रवार को भी सर्द हवाओं के साथ लगातार बारिश होती रही जिससे जहां सर्दी ने अपना कहर बरपाया है और लोग कही आग जलाकर तो कहीं अपने घरों में दुबकने पर विवश हैं तो वहीं अचानक से हुई तेज बारिश और कहीं कहीं हुई ओलावृष्टि ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है, इस बारिश से किसानों को भारी नुकसान पहुंचाया है जिससे आलू,गेहूं, सरसों और सब्जियों के अलावा खेती पर भारी नुकसान हुआ है।
जहां किसान कभी सरकार तो कभी गन्ना मिल मालिकों के द्वारा परेशान किया जा रहा है वहीं आये दिन हो रही प्राक्रतिक आपदा की मार भी झेलने पर विवश है। तेज बारिश ने अन्नदाता को एक बार फिर नुकसान पहुंचाया है, लखीमपुर सहित पूरे जिले में हुई देर रात से तेज बारिश और ओलावृष्टि ने फसलों को बर्बाद कर दिया है, ओलावृष्टि के कारण आलू की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है तो वही सरसों और गेहूं के अलावा सब्जियों को भी बारिश ने भारी नुकसान पहुंचाया है। देर रात से लगातार हुई बारिश के कारण किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं। किसान जब सुबह खेत में पहुंचे तो फसलें पूरी की पूरी तरह बर्बाद दिखीं। फसल की बर्बादी के बाद किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं।