मऊ में नागरिकता संशोधन कानून का विरोध प्रदर्शन हुआ उग्र, जमकर हुआ पथराव और आगजनी
आसिफ रिज़वी
मऊ. नागरिकता संशोधन ऐक्ट के खिलाफ यूपी के अलीगढ़ और राजधानी लखनऊ में हुए उग्र प्रदर्शनों की चिंगारी पूर्वांचल के जनपद मऊ तक पहुंच गई है। मऊ जिले में आज सोमवार को नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन हुए हैं। सोमवार दोपहर मऊ में हजारों प्रदर्शनकारियों ने जहां सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया, वहीं शाम को भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने यहां एक दर्जन से अधिक वाहनों में तोड़फोड़ और आगजनी कर दिया। इसके अलावा भीड़ ने दक्षिण टोला थाने के कम्पाउंड में भी आग लगा दिया। इस दौरान जमकर पथराव हुआ. भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस द्वारा लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले सहित हवाई फायरिंग तक के समाचार प्राप्त हुवे है.
यूपी के डीजीपी ओपी सिंह का कहना है कि मऊ में फिलहाल हालात काबू में हैं और तनाव को देखते हुए जिले में धारा 144 लगा दी गई है। वही दूसरी ओर, मऊ के डीएम ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि शाम पांच बजे से उपद्रव कर रहे प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए जिला प्रशासन ने कर्फ्यू लागू करने का अल्टीमेटम दिया था, ताकि भीड़ अपने घरों में जा सके। लोगों को माहौल शांत होने तक अपने घरों में रहने के साथ ही धारा 144 लगाने के बारे में जानकारी दी गई।
घटना के सम्बन्ध में मऊ के डीएम ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि जिले के हाजीपुरा इलाके में कुछ लोग जामिया मिलिया इस्लामिया की घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने आए थे। पुलिस ने उग्र हुए इन प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर किया और इसी दौरान कुछ लोगों ने कुछ वाहनों में आग लगा दी। प्रदर्शन के बीच जब पुलिस ने इन्हें रोकने की कोशिश की तो लोग उग्र हो गए। इसके बाद इन्होंने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। इस दौरान पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागकर और हवाई फायरिंग कर भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि उग्र प्रदर्शनकारियों ने यहां कई वाहनों में तोड़फोड़ की और यूपी परिवहन निगम की रोडवेज बस को भी नुकसान पहुंचाया। लोगों ने एक दर्जन से अधिक वाहनों में तोड़फोड़ की और कई में आग भी लगा दी।
मऊ जिले में हुए हिंसक प्रदर्शनों के बीच डीएम, एसएसपी समेत जिले के तमाम अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। तनाव की स्थिति को देखते हुए जिले में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। साथ ही पड़ोसी जिलों से भारी संख्या में पुलिस, आरएएफ और पीएसी के जवानों को बुलाया गया है। बताया जा रहा है कि भागते समय पास में ही आठ मीडियाकर्मियों की बाइकों समेत एक दर्जन वाहनों को आग के हवाले भीड़ द्वारा कर दिया। करीब दो घंटे बाद किसी तरह हालात नियंत्रण होने के बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने मार्च किया। वही एसपी अनुराग आर्य ने कहा कि कानून के साथ खिलवाड़ करने वालों को नहीं बख्शा जाएगा।