पछुआ हवा और आसमान में छाए बादल की जुगलबंदी ढा रही सितम
बापू नंदन मिश्र
रतनपुरा (मऊ) आसमान में छाई बदली एवं कोहरे के कारण ठंड ने पुनः अपनी रंगत दिखाना शुरू कर दिया। सूरज के निकलने से विगत दो दिनों से मौसम में कुछ सुधार होता दिख रहा था।ठंड और कोहरे के सितम से आमजन को कुछ राहत मिलती दिख रही थी।किंतु आज अचानक फिर आसमान मैं लगे बादल ने अपने पाँव फैलाए और लोग पुनः ठंड की गिरफ्त में आ गए। दिन चढते-चढते हल्की बूंदाबांदी शुरू हो गई और पछुआ हवाएँ भी चलने लगी।देखते-देखते गलन बढ़ गई और लोग घरों में दुबकने को मजबूर हो गए।
यद्यपि इस बूंदाबांदी से गेंहूँ की बोई गई फसल को होने वाले लाभ से किसानों के चेहरे खिले हैं किंतु आलू, सरसों, चना आदि फसलों को नुकसान होने की आशंका भी बलवती हुई है। मौसम में आए इस बदलाव के कारण ठंड से राहत की उम्मीद लगाए लोगों को झटका लगा है। जिस तरह से बूंदाबांदी हो रही है तथा हवाएँ चल रहीं हैं।उससे ठंड एवं गलन का बढ़ना तय है। ग्रामिण क्षेत्रों में अलाव की व्यवस्था न होने लोग पशुओं के चारे के लिए रखे हुए पुआल को जला कर ठंड से दो-दो हाथ करते दिखे।