नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म प्रकरण में आखिर पुलिस ने 13 दिन बाद दर्ज कर ही लिया शिकायत, घटना के दिन से पीड़ित परिजन काट रहे थे थाने चौकी का चक्कर
फारुख हुसैन
लखीमपुर खीरी= संवेदनहीनता और कर्तव्यों को ताख पर रखने का एक मामला और लखीमपुर खीरी पुलिस का सामने आया है जब सामूहिक बलात्कार पीडिता की शिकायत को 13 दिनों बाद दर्ज किया गया। इस दौरान रेप पीडिता के परिजन अपनी मासूम बच्ची को लेकर अधिकारियो और थाने चौकी का चक्कर लगाती रही। मगर पुलिस ने उसकी नहीं सुनी। अंततः मामला मीडिया में आने और पुलिस अधीक्षक के संज्ञान के बाद खीरी पुलिस ने दर्ज किया।
प्राप्त समाचारों के अनुसार लखीमपुर खीरी के थाना नीमगांव इलाके की रहने वाली 14 वर्षीय नाबालिक लड़की मौनी अमावस्या के दिन सुबह घर के बाहर लगे हैंडपंप पर अपनी सहेली के साथ नहाने गई थी। लेकिन वहां पहले से ही घात लगाए दरिंदों ने लड़की को तमंचे की नोक पर अगवा कर लिया और पास के ही गन्ने के खेत में ले जाकर बारी बारी से दुराचार किया। लड़की किसी तरीके से जब घर पहुंची तब घर वालों ने पीड़िता के साथ पहले चौकी पर चक्कर काटने शुरू किए लेकिन जब वहां कोई सुनवाई नहीं हुई तब वह थाने गए। कई दिनों के चक्कर काटने के बाद पुलिस ने पीड़िता की एक नहीं सुनी।
थक हार कर परेशान परिजन एसपी से न्याय की गुहार लगाई तब जाकर 13 दिन बाद गैंग रेप का मुकदमा दर्ज किया गया। एफआईआर में साफ लिखा गया की चौकी इंचार्ज सिंह सिकंदराबाद ने एक सादे कागज पर पीड़िता से बाकायदा दस्तखत भी करा लिए और वहां से टरका दिया था। लेकिन महिला एसपी होने के चलते आखिरकार 13 दिन बाद मामला थाने में दर्ज करना पड़ा।
बताया जा रहा है कि सम्बंधित धाराओ में गांव के ही अंकुल, सूरज, श्यामू व अखिलेश पर मामला दर्ज कर लिया गया है, अभी तक पीड़िता का मेडिकल भी नही कराया गया है। समाचार लिखे जाने तक पुलिस कार्यवाही के तौर पर सिर्फ मामला दर्ज किया गया था।