कोरोना वायरस के प्रति कोतवाल रमेश चंद्र ने किया ग्रामीणों को जागरुक
फारुख हुसैन
गौरीफंटा. भारत नेपाल सीमा के गौरीफंटा बॉर्डर के इलाक़े में कोरोना वायरस को लेकर गौरीफंटा कोतवाली के कोतवाल रमेश चंद्र यादव ने बार्डर पर स्थित सूडा गांव के ग्रामीणों को जागरूक किया और समझाया चूंकि यह इलाका नेपाल सीमा पर स्थित है इसलिए यह वायरस भारत नेपाल सीमा से आने वाले ऐसे व्यक्ति जिन्होंने पिछले 14 दिनों के दौरान चीन देश की यात्रा की हो और जिसमें अचानक बुखार, खांसी तथा सांस लेने में परेशानी हो उन्हें तत्काल अपने निकटतम राजकीय चिकित्सालय में सूचना दें कर निशुल्क जांच एवं उपचार करवाये। लखीमपुर-खीरी के जिला अधिकारी व पुलिस अधीक्षक के दिशा निर्देश पर बार्डर एरिया के गांवों में थारू जनजाति को जागरूक किया जा रहा है।
इधर, बीमारी के कारण, लक्षण और बचाव की जानकारी देते हुए कोतवाल रमेश चंद्र यादव ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण एक विषाणु जनित रोग है। भारत के पड़ोसी देश चीन में कोरोना वायरस के रोगियों से संक्रमण प्रसारित हो रहा है।कोरोना वायरस संक्रमण प्रभावित व्यक्ति के खांसने, छींकने, या संक्रमिक व्यक्ति के नजदीकी संपर्क से फैलता है।
यदि कोई व्यक्ति पिछले एक महीने के दौरान चीन से आया है या किसी कोरोना वायरस संक्रमित रोगी के संपर्क में रहा है तो उसमें बुखार, खांसी, जुकाम, गले में खराश के लक्षण दिख सकते हैं। कोरोना वायरस से अनावश्यक रूप से भयभीत होने की बजाय सावधानी व सतर्कता बचाव करें। जागरूकता कार्यक्रम में नरेश कुमार सिंह, धर्मेन्द्र कुमार, राम किशोर सहित दर्जनों पुलिस स्टाप मौजूद रहा।