फिर होने लगी टायरों की तस्करी, नेपाल से नदी घाटों से आ रहे पुराने टायर
फारुख हुसैन
गौरीफंटा/ भारत नेपाल सीमा की चंदन चौकी कोतवाली अंतर्गत जयनगर में नेपाल से टायर तस्करी कर लाये जा रहे हैं। तस्कर इसे स्थानीय पुलिस व पलिया कस्टम से सांठगांठ कर बड़े शहरों में भेजते है। वहां इनको सस्ते ईंधन के रूप में उपयोग किया जाता है जबकि इन्हे जलाने से भयंकर प्रदूषण होता है।
बता दें कि हाल में ही एसएसबी ने सूडा बीओपी के पास से एक ट्रक टायर जोकि इसी तरह नदी और घाट के रास्तों से चोरी छिपे नेपाल से लाकर भारत पहुंचाया जा रहा था उसे पकड़ कस्टम पलिया के सुपुर्द किया था। तस्करों ने रास्ता बदल कर जयनगर नदी घाट से निकालना शुरू कर दिया है। वर्तमान समय में यह चंदन चौकी से डिगनियां जाने वाले मार्ग पर लाबारिस स्थित में पड़े है। मौके का फायदा उठाकर इन्हे बड़े शहरों तक चोरी छिपे फर्जी बिलों के माध्यम से पहुंचाया जायेगा।
आपको बता दें कि चंदन चौकी से डिगनियां जाने वाले मार्ग पर बिचपटा गांव में फर्जी कागजात बनवाकर तमाम कबाड़ की बड़ी दुकानें खुली हैं जो दर्जनों लेबरों को पड़ोसी देश नेपाल भेजकर पुरानी बैटरी व अन्य कबाड़ की चीजें सस्ते दाम पर नदी घाटों के रास्तों से स्थानीय प्रशासन को मैनेज कर निकाल बढ़े शहरों में भेजते हैं। इस तरह गत वर्ष तिकुनिया बार्डर पर भारी मात्रा में टायर और पुरानी बैटरी में विस्फोट की खबरों ने जिला प्रशासन की नींद उठा दी थी।