कोरोना वायरस को लेकर फिंकी कट रहे नवरात्रि
बापू नंदन मिश्र
रतनपुरा मऊ। इहे बाटे तोहसे निहोरा देवी माई हो,कोरोना क कई देतू संहार देवी माई हो । ऐसे समय में जबकि नवरात्रि का पावन पवित्र पर्व चल रहा है वैश्विक महामारी कोरोना के चलते सर्वत्र सन्नाटा है जहां नवरात्र में 24 घंटे मंदिरों में लाइने लगी रहती थी वही आज कपाट बंद है अपने घरों में कलश स्थापना कर महिलाएं पूजा अर्चन कर रही हैं। प्रतिदिन सायंकाल कलश के समक्ष दीप प्रज्वलित कर महिलाएं देवी की स्तुति गान में पचरा गीत गाती है परंतु आज बदले परिवेश में गीत के बोल भी बदल गए हैं।
एक आंगन से आने वाली पचरा गीत जिसमें मां देवी से आग्रह किया गया है कि इहे बाटे तोहंसे निहोरा देवी माई हो, कोरोना क कई देतू संहार देवी माई हो । जब जब बढल अत्याचार कईलू असुरन के संहार, करे देहलू नाही केहू के कबे तू अत्याचार । आज मानवता पर कोरोना क संकट मंडरात बा, चारों ओर अन्हरिया कहीं राह ना दिखात बा । सगरी दुनिया से कोरोना के भगा द देवी माई हो, इहे बाटे तोहंसे निहोरा देवी माई हो।
पचरा गीतों के बदली हुई स्वर लहरियां आज गांव गली गलियारों में सुनाई दे रही है । लोग मिन्नतें मांग रहे हैं कि कोरोना संकट का पटाक्षेप हो और मानवता की रक्षा हो । बदले परिवेश के पचरा गीत संपूर्ण क्षेत्र में चर्चा के विषय बने हुए ।