भाजपा ने किया कोतवाली का घेराव
उन्होंने कहा की प्रदेश के थाने सपा नेता व माफिया चला रहे हैं। सपा नेताओं के समक्ष पुलिस प्रशासन गुलाम हो चुका है राजनीतिक प्रतिशोध विपक्षियों अथवा सत्य की आवाज उठाने वाले के खिलाफ फर्जी मुकदमा कायम कर जेलों में बंद किया जा रहा है अतिक्रमण के नाम पर उनके मकान,प्रतिष्ठान तोड़े जा रहे हैं उधमियों की जमीन हथियाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के आला अधिकारी औद्योगिक आस्थान से उद्यमियों के आवंटन निरस्त कर उन्हें बेदखल किया जा रहा है सही स्थापित उद्योगों को बंद करा रोजगार छीन कर उनके हाथ में रिक्शा थमाई जा रही है चोरी डकैती रंगदारी, हत्याओं ,बलात्कार जैसी घटनाओं की रिपोर्ट दर्ज नहीं की जाती है यह उनका अल्पीकरण कर दिया जाता है यह राजनीतिक दबाव या भ्रष्टाचार में गलत तरीके से अंतिम रिपोर्ट लगा दी जाती है। अपराध की घटनाओं का खुलासा नहीं किया जा रहा है। भाजपा कार्यकर्ता जोगेश अरोरा उर्फ़ कुक्कू ने सपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकारी संपत्तियों को सपा नेताओं द्वारा कब्जा किया जा रहा है अधिकारियों पर दबाव बनाकर गलत तरीके से रिपोर्ट अपने करीबियों या रिश्तेदारों के पक्ष में लगवा कर लीज कराई जा रही है माफियाओं एवं गौकशी करने वालों के हौसले बुलंद हैं और वह लगातार पुलिस पर हमले और हत्यायें कर रहे है। वही एक और भाजपा कार्यकर्ता भारत भूषण गुप्ता ने आरोप लगाया कि माफियाओं व गुंडों के राजनीतिक संरक्षण के कारण वह हिंदू समाज का उत्पीणन व दवाब बना रहे हैं जिस कारण अनेकों नगर, कसवों से हिंदू समाज के लोग पलायन करने को विवश हैं। प्रदेश सरकार में बढ़ते अपराध भ्रष्टाचार बालात्कार की घटनाओं की रिपोर्ट ना लिखे जाने व कार्यवाही ना होने से प्रदेश की जनता त्रस्त असहाय व भयभीत महसूस कर रही है। वर्तमान परिस्थितियों में प्रदेश की जनता अत्यंत असहाय व असुरक्षित महसूस कर रही है उद्योग धन्धे व व्यापार चौपट कर प्रायः सरकार अपने राज धर्म का पालन न कर माफियाओं,दादाऔं, दलालों को संरक्षण दे रही है और नेता अपनी जेब भरने में लगे हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और थाने में मुकदमों से संबंधित आख्या प्रस्तुत करने की मांग की एवं एस.डी.एम.सदर को ज्ञापन सौंपा । इस मौके पर प्रदर्शन कार्यकर्ता जैसे जुगेश अरोरा कुक्कू, राजीव मांगलिक, भारत भूषण गुप्ता, संजय पाठक, धनंजय पाठक, राजू शर्मा ,अशोक बिश्नोई, संजय नरुलादिलीप सक्सेना, जागेश्वर दयाल दीक्षित, हंसराज पप्पू ,राजबाला, छत्रपाल यादव, मोहनलाल लोधी, काशीराम दिवाकर, शिव बहादुर सक्सेना ,अवधेश शर्मा, संजय चंद्रा आदि लोग मौजूद रहे।