बुज़ुर्ग की नहीं ली किसी ने भी सुध तो हालत हो गई नाजुक, कराया धर्मेंद्र त्यागी ने अस्पताल में भर्ती,
सरताज खान
गाजियाबाद लोनी। इस लॉक डाउन में सबसे बड़ी समस्या रोज़ कमाने खाने वालो के सामने आ गई है. खुद्दारी किसी के आगे हाथ फैलाने से रोकती है. कारोबार के नाम पर शुन्य है. ऐसे में उनके रोज़ के खाने पीने पर भी असर पड़ रहा है. ऐसी ही एक घटना के सम्बन्ध में समाजसेवक धर्मेन्द्र त्यागी ने बताया.
घटना के सम्बन्ध में प्राप्त जानकारी के अनुसार राजमल पहलवान मार्केट में लोक डाउन के चलते 1 मजदूर रोज कमाने और खाने वाला व्यक्ति भूख से तड़पता हुआ काफी समय से बीमारी हालत में वहां पड़ा था। पैसे ना होने की वजह से दवाई नहीं ली गई जिससे उनकी हालत और गंभीर हो गई। एक व्यक्ति ने फोन कर मुझे जानकारी दी एक बार तो मुझे भी डर था कि वह व्यक्ति कोरोना संक्रमित ना हो फिर भी इंसानियत के नाते हमारी मदद करना जिम्मेदारी बनती थी हाथ में गलाउज पहन कर मास्क लगाकर लोगों की मदद से अपनी पर्सनल गाड़ी मैं ले जाकर प्राइवेट नर्सिंग होम में उन्हें भर्ती कराया।
वही डॉक्टरों ने उनको चेकअप करते हुए बताया कोरोना संक्रमित नहीं है। काफी दिन से बीमार होने के कारण और शरीर में खाना ना पहुंचने के कारण ऐसी उनकी हालत हो गई है। दवाई दी जा रही है जल्दी ठीक होकर अपने घर और परिवार में पहुंच जाएंगे। स्थानीय लोगों ने मानव कल्याण चैरिटेबल फाउंडेशन राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र त्यागी की प्रशंसा करते हुए कहा आप जैसे देवदूत किसी न किसी रूप में भगवान भेज देता है। किसी ना किसी की मदद करने के लिए
प्रधानमंत्री मोदी जी ने अपने संबोधन में कहा था आपके आसपास बुजुर्ग मजदूर अच्छे से ख्याल रखना है और उनकी मदद करना है यही सबसे बड़ी देश सेवा है।