ए जावेद के कैमरों ने देखा हालात-ए-लॉक डाउन, चौक से बनियाबाग़ तक पसीने बहाती उत्तर प्रदेश पुलिस
ए जावेद
वाराणसी। वाराणसी के चौक थाना पुलिस द्वारा कड़ी मेहनत का परिचय देते हुवे क्षेत्र में जमकर लॉक डाउन का पालन करवाया जा रहा है। सकरी गलियों के जाल वाले इस थाना क्षेत्र में इन गलियों में लॉक डाउन का पालन करवाना वाकई टेढ़ी खीर ही है। क्योकि पुलिस एक गली में जाती तो दूसरी गली में लोग भीड़ लगा कर खड़े हो जाते। मगर थाना प्रभारी निरीक्षक आशुतोष तिवारी ने बढ़िया नेतृत्व का परिचय दिया वही उनका साथ उनकी टीम ने पूरी मेहनत और ईमानदारी से दिया।
जहा एक तरफ चौक के बुलानाला पर सुरेन्द्र यादव द्वारा पसीना बहाया जा रहा है वही दूसरी शिफ्ट में एसआई राकेश पसीना बहाते दिखाई दे रहे है। एसआई सौरभ पाण्डेय अपनी नम्रता के साथ और अपनी टीम लेकर क्षेत्र में पसीना बहा रहे है। वही दूसरी तरफ पियरी चौकी पर एसआई आशीष पटेल को गलियों की ख़ाक छानना पड़ रहा है। दालमंडी की रोड पर नागेन्द्र उपाध्याय जहा सक्रिय है वही खुद थाना प्रभारी आशुतोष तिवारी और क्षेत्राधिकारी दशाश्वमेघ द्वारा पैदल भ्रमण लगातार जारी है।
कही भूखो को खाना तो कही प्यासों को पानी का इंतज़ाम करवाती वाराणसी पुलिस के लिए चौक थाना एक मिसाल कायम कर रहा है। इस थाना क्षेत्र में सबसे अधिक मजदूर तबके के लोग रहते है। रोज़ कमाने और रोज़ खाने वालो के सामने भुखमरी की स्थिति आती देख चौक इस्पेक्टर और क्षेत्राधिकारी दशाश्वमेघ द्वारा डिजिटल वालंटियर्स को भी काम पर लगाया है। एक टीम द्वारा जहा ऐसे लोगो को चिन्हित किया जा रहा है जिनको भोजन की अति आवश्यकता है। वही दूसरी टीम द्वारा उनकी आवश्यकताओ की पूर्ति किया जा रहा है। इस्पेक्टर से लेकर थाने पर तैनात सिपाही तक अपना सर्वत्र लगाये हुवे है ताकि क्षेत्र में कोई भूखा न सो सके।
वही थाना क्षेत्र के बोर्डर पर ही चेतगंज थाना क्षेत्र की पानदरीबा पुलिस चौकी के चौकी प्रभारी एसआई अर्जुन सिंह को भी इस दौरान काफी मशक्कत करना पड़ रहा है। लॉक डाउन में के दौरान थोडा मस्ती करने वालो की कमी नही है। उनको नियंत्रित करना, साथ में आसपास की स्लम बस्ती के गरीबो का ख्याल रखना। यही नही इन सबके बीच जो सबसे बड़ी दिक्कत है वह है गैरतमंद लोग, ये वो लोग है जिनको मदद की ज़रूरत तो है मगर खुद के ज़मीर का ख्याल करते हुवे किसी से मदद के लिए हाथ नही फैला पा रहे है। ऐसे लोगो को चिन्हित खुद करना और फिर उसके बाद रात के सियाह अँधेरे में उनके घर तक बिना किसी की जानकारी में राशन और ज़रूरत के सामान को भेजना। इन सबके बीच अर्जुन सिंह लगातार शोहरत पा रहे है।