“मकबूल” होकर इरफ़ान ने कहा दुनिया को अलविदा, एक्टिंग की दुनिया का बुझ गया एक और सितारा, इरफ़ान खान का निधन

तारिक आज़मी,

वो मकबूल था, तो कभी पान सिंह तोमर, नेशनल अवार्डो के अलावा भारत सरकार ने भी उसको सम्मानित किया था। अदाकारी में कभी मकबूल तो कभी पान सिंह तोमर के ज़रिये अपना लोहा मनवाने वाले इरफ़ान खान ने आज इस दुनिया-ए-फानी से रुखसत फरमा लिया। माँ की मौत के केवल 5 दिनों बाद ही इरफ़ान ने दुनिया को अलविदा कह दिया। शायद एक बेटा अपनी माँ के कदमो में अपनी जन्नत की तलाश करने वापस जा चूका है।

इरफ़ान खान को स्वास्थ्य शिकायतों के बाद कल मुम्बई के कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। डायरेक्टर शुजीत सरकार ने ट्वीट कर इरफ़ान के निधन की खबर दिया। बताते चले कि मार्च 2018 में इरफ़ान को न्यूरो इंडोक्राइन ट्यूमर नाम की बिमारी हो गई थी। इस बिमारी का पता चलने के बाद इरफ़ान काफी लम्बे समय तक विदेश में इलाज करवाते रहे। इसके बाद स्वास्थ्य लाभ होने पर वह भारत वापस आये थे। कल मंगलवार को हालत दुबारा ख़राब होने के कारण उनको मुम्बई के कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहा उन्होंने आज आखरी सांस लिया।

गौरतलब हो कि महज़ पांच दिनों पहले इरफ़ान की माँ का भी इन्तेकाल हो गया था। इरफ़ान उनके आखरी दीदार को भी लॉक डाउन के वजह से नही जा पाए थे। उन्होंने वीडियो काल पर ही माँ को रुखसत किया था। माँ का लाडला शायद अपनी माँ के बगैर नही रह सका और महज़ पांच दिनों बाद ही अपनी माँ के कदमो में जन्नत की तलाश लिए माँ के पास ही चला गया।

इरफान खान अपने इलाज के कारण काफी दिनों तक बॉलीवुड से भी दूर रहे थे। हालांकि, लंदन से स्वस्थ होकर लौटने के बाद उन्होंने बॉलीवुड में वापसी की और अंग्रेजी मीडियम की शूटिंग भी की थी। एक्टर की यह फिल्म इसी साल 13 मार्च को रिलीज हुई थी, जिसमें इरफान खान के साथ राधिका मदान और एक्ट्रेस करीना कपूर भी मुख्य भूमिका में नजर आई थीं। फिल्म के कॉन्सेप्ट तो दर्शकों का दिल जीता ही था, साथ ही इरफान खान की एक्टिंग भी लोगों को काफी पसंद आई थी।

इरफान खान बॉलीवुड के उन सितारों में से हैं जिन्होंने दुनियाभर में अपनी एक्टिंग से धूम मचाकर रख दी और भारतीय सिनेमा को ग्लोबल स्तर पर लेकर गए। इरफान खान ने कई यादगार किरदारों को निभाया और हाल ही में उनकी फिल्म ‘अंग्रेजी मीडियम’ रिलीज हुई थी। इरफ़ान खान की कुछ यादगार फिल्मो ये है –

तलवार (2015): इरफान खान ने सीबीआई अफसर का किरदार बहुत ही कमाल के अंदाज में निभाया है, और इस किरदार को काफी याद भी किया जाता है।

किस्सा (2013): फिल्म की कहानी दिल को छू लेने वाली है, इसमें एक ऐसा शख्स है जो अपने वंश को आगे बढ़ाना चाहता है, इसके लिए वह कुछ भी कर गुजरने को तैयार है।

द लंच बॉक्स (2013): इस फिल्में उन्होंने ऐसे शख्स का किरदार निभाया जिसकी पत्नी का निधन हो चुका है, और उसे अनोखे तरह का इश्क होता है।

पान सिंह तोमर (2012): एथलीट से डकैत बने एक शख्स की कहानी में उनका किरदार इतना जानदार था कि उसने बॉक्स ऑफिस पर धूम मचाकर रख दी।

द वॉरियर (2001): इरफान खान की इस ब्रिटिश इंडियन फिल्म की कहानी सामंती राजस्थान के योद्धा की है जो युद्ध से मुंह मोड़ने की कोशिश करता नजर आता है। इस फिल्में उनका लुक काफी सुर्खियों में रहा था।

यही नहीं इरफ़ान खान की फिल्मो में उनके डायलाग भी लम्बे समय तक याद किये जायेगे। उनके डायलाग आम डायलाग से अलग हट कर होते थे। साथ ही डायलाग डिलेवरी भी ज़बरदस्त होती थी। आइये उनके वह 20 डायलाग पर नज़र डाले जो लोगो की जुबां पर आज भी रटा हुआ है।


1- गुंडे –“पिस्तौल की गोली और लौंडिया की बोली जब चलती है, तो जान दोनों में ही खतरे में होती है।”

2- डी-डे – “गलतियां भी रिश्‍तों की तरह होती हैं, करनी नहीं पड़ती, हो जाती है।”

3-  जज़्बा – “शराफत की दुनिया का किस्‍सा ही खतम, अब जैसी दुनिया वैसे हम।”

4- पान सिंह तोमर – “बीहड़ में बागी होते हैं, डकैत मिलते हैं पार्लियामेंट मां।”

5- साहेब बीवी और गैंगस्टर – “हमारी तो गाली पर भी ताली पड़ती है।”

6- तलवार – “किसी भी बेगुनाह को सजा मिलने से अच्छा है दस गुनहगार छूट जायें।”

7- कसूर – “आदमी जितना बड़ा होता है।। उसके छुपने की जगह उतनी ही कम होती है।”

8- द किलर – “बड़े शहरों की हवा और छोटे शहरों का पानी, बड़ा खतरनाक होता है।”

9- ये साली जिंदगी – “लोग सुनेंगे तो क्‍या कहेंगे, चू***  आशिकी के चक्कर में मर गया, और लौन्डिया भी नहीं मिली।”

10- चॉकलेट – “शैतान की सबसे बड़ी चाल ये है कि वो सामने नहीं आता।”

11- हैदर – “आप जिस्म है तो मैं रुह, आप फानी में लफानी।”

12- लाइफ इन मेट्रो – “ये शहर हमें जितना देता है, बदले में कहीं ज्‍यादा हम से ले लेता है।”

13- हासिल – “और जान से मार देना बेटा, हम रह गये ना, मारने में देर नहीं लगायेंगे, भगवान कसम।”

14- पीकू – ‘डेथ और शिट, किसी को, कहीं भी, कभी भी, आ सकती है।’

15- द लंच बॉक्स – “आई थिंक वी फॉरगेट थिंग्‍स इफ देयर इज नो बॅडी टू टेल देम।”

16- लाइफ ऑफ पाई – “हंगर कैन चेंज एवरीथिंग यू थॉट यू न्यू आउट युअरसेल्‍फ।”

17- जुरासिक वर्ल्‍ड – “द की टू ए हैप्‍पी लाइफ इज टू एक्‍सेप्‍ट यू आर नेवर एक्‍चुअली इन कंट्रोल।”

18- मदारी – “तुम मेरी दुनिया छीनोगे, मैं तुम्‍हारी दुनिया में घुस जाऊंगा।”

19- हिंदी मीडियम – “एक फ्रांस बंदा, जर्मन बंदा स्‍पीक रॉन्‍ग इंग्‍लिश, वी नो प्रॉब्‍लम, एक इंडियन बंदा से रॉन्‍ग इंग्‍लिश, बंदा ही बेकार हो जाता है जी।”

20- करीब करीब सिंगल – “टोटल तीन बार इश्‍क किया, और तीनों बार ऐसा इश्‍क मतलब जानलेवा इश्‍क, मतलब घनघोर हद पार।”

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