इंद्रधनुष देख किसानों के चेहरों के रंग उड़ गए
बापुनन्दन मिश्रा
रतनपुरा (मऊ) तेज हवा बारिश और ओले पढ़ने से बहुत से किसानों की जीविका पर ग्रहण लग गया क्योंकि बहुत ऐसे किसानों का गेहूं अभी खेत में बोझ बांध कर रखा हुआ है तो बहुतों की कटाई भी बाकी है किसानों को अपनी खेती पर ही भरोसा है क्योंकि जीविका भी तो वही है , और इस समय तो और भी आवश्यकता है अन्य की क्योंकि किसान अन्न उगाता है और उसी से अपना भरण-पोषण करता है।
आज बारिश के बाद जब आसमान में इंद्रधनुष दिखाई दिया तो मानो किसानों के चेहरे मलीन हो गए क्योंकि पुरानी कहावत है, यदि शाम को इंद्रधनुष दिख गया तो सुबह और बारिश होगी तूफान आएगा बस उसी मंजर को सोचकर किसान परेशान है, अब तो इसमें प्रकृति ही कुछ कर सकती है