हे भगवान, एस-10 का सदस्य घर से बेच रहा था मांस, चार हिरासत में, गिरफ्तार एक अभियुक्त की कोरोना रिपोर्ट आई पॉजिटिव, अब उठे ये अनसुलझे सवाल
आदिल अहमद
कानपुर। कानपुर जनपद में हर थाना क्षेत्र में शांति व्यवस्था हेतु आम नागरिको को भी ज़िम्मेदारी देते हुवे एस-10 का गठन किया गया था, मगर कुछ इलाको के एस-10 सदस्य अपराधिक गतिविधियों में लिप्त होने की अक्सर सोशल मीडिया पर खबरे उठा करती थी। आज पुलिस को इसका जीता जागता उदहारण मिल गया जब कानपुर के चमनगंज थाना क्षेत्र में पुलिस ने छापेमारी में भारी मात्रा में मांस बरामद कर चार अभियुक्तों को हिरासत में ले लिया। गिरफ्तार अभियुक्तों में एक एस-10 का सदस्य भी है।
गिरफ़्तारी के सम्बन्ध में प्राप्त समाचारों के अनुसार कानपुर पुलिस को अक्सर लॉक डाउन में घरो में जानवर काट कर उसके मांस बेचने की सुगबुगाहट मिल रही थी। इस दौरान गुरुवार को शाम, पुलिस को पुख्ता जानकारी मिली कि डिप्टी पड़ाव स्थित एक मकान में बड़े जानवरों को काट कर मांस बेचने की तैयारी चल रही है। सुचना पर विश्वास करते हुवे चमनगंज थाना प्रभारी राजबहादुर सिंह के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम ने बताये गए मकान पर छापेमारी किया। मकान के अन्दर जाने पर पुलिस को भारी संख्या में मांस के लोथड़े, तराजू, चाकु और चापड मिले। मौके से पुलिस ने एस-10 सदस्य तम्शीर चौधरी उर्फ़ सद्दाम चौधरी, हैदर शकील, इसरार तथा इमरान को कटे हुवे मांस के साथ हिरासत में ले लिया।
जानकारी के अनुसार अभियुक्त हैदर शकील के घर पर ये सभी एकजुट होकर जानवरों की कटान करते थे तथा लॉक डाउन में महंगे दामो पर मांस बेचते थे। गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से पुलिस को 16 किलो मांस, कुल 18 जानवर के पैर जिसमे से 13 की चमड़ी छिली हुई थी और 5 चमड़ी समेत थे, तराजू, पत्थर का टुकड़ा जिस पर चाकुओ की धार तेज़ की जाती है। एक गाडी स्विफ्ट वीडीआई, कई चाक़ू आदि बरामद कर मांस के टुकडो को जाँच हेतु भेज दिया है तथा गिरफ्तार अभियुक्तों को आज शुक्रवार को अपराध संख्या 87/2020, पंजीकृत करते हुवे अंतर्गत धरा आईपीसी 188, 269, 270, 271, 3/5/8 गोवध अधिनियम तथा 4/11 पशु क्रूरता अधिनियम के अंतर्गत बुक कर दिया गया है। गिरफ्तार करने वाली टीम में इस्पेक्टर राजबहादुर सिंह, एसआई प्रमोद कुमार राव, तनवीर अहमद, हेका मो सारिक, कुंदन सरोज, सहवीर सिंह तथा विवेक कुमार वरुण उपस्थित थे।
क्या गिरफ़्तारी करने वाली पुलिस टीम की होगी कोरोना से सुरक्षा
पुलिस अपनी इस सफलता का जश्न भी नहीं कर सकती है क्योकि इसके बाद एक दहलाने वाली खबर सामने आई है। गिरफ्तार अभियुक्त में आज ही एक की कोरोना जाँच रिपोर्ट पॉजिटिव आने से पुलिस टीम में हडकंप मच गया है। जहा जिला प्रशासन इलाके को हॉट स्पॉट घोषित कर सील करने की तैयारी में जुट गया, वही सुचना मिलने पर पुरे थाना परिसर में हडकंप मच गया।
तुरंत आनन फानन में पुरे थाने को सेनेट्राइज़ करवाया गया। अब सवाल ये खड़ा होता है कि जिस कोरोना संक्रमित अभियुक्त को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, वह पुलिस टीम भी तो संक्रमण का शिकार हो सकती है। क्या गिरफ्तार करने वाली टीम को क्वारटीन कर उनकी सैम्पलिंग करवाई जायेगी अथवा ये कोरोना वारियर खुद के जीवन को खतरे में डाल कर केवल ऐसे ही काम करते रहेगे। अब देखना है स्थानीय अधिकारियो का इस प्रकरण में क्या निर्णय होता है।