सपा का बार बार इंकार,मुख्तार न हो सके साइकिल पर सवार..
अधर में लटकी कौमी एकता दल….
लखनऊ।सियासी गलियारों से ये गूँज उठी थी की कौमी एकता दल का सपा में विलय पक्का है।कुछ दिन पहले प्रेस कांफ्रेंस में शिवपाल सिंह यादव ने हामी भी भर दी थी इन पार्टी के विलय के फैसले से अपने बड़ो से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ख़ासा नाराज थे और उनका मानना था कि समाजवादी पार्टी को कौमी एकता दल के साथ विलय की कोई जानकारी नही थी। और मुख़्तार की आवश्यकता नही है और इससे पार्टी की छवि भी ख़राब होगी ।
2012 के विधानसभा चुनाव के दौरान बाहुबली डीपी यादव को पार्टी में शामिल करने का मुखर विरोध करने वाले अखिलेश ने शनिवार को एक कार्यक्रम में भी इस घटनाक्रम के बारे में पूछे गए सवालों पर कहा था कि मुख्तार जैसे लोगों की उन्हें कोई जरूरत नहीं है और मुख्तार सपा में नहीं होंगे।
2012 के विधानसभा चुनाव के दौरान बाहुबली डीपी यादव को पार्टी में शामिल करने का मुखर विरोध करने वाले अखिलेश ने शनिवार को एक कार्यक्रम में भी इस घटनाक्रम के बारे में पूछे गए सवालों पर कहा था कि मुख्तार जैसे लोगों की उन्हें कोई जरूरत नहीं है और मुख्तार सपा में नहीं होंगे।
फिलहाल सियासी गलियारों की इन हल चल से कौमी एकता दल एक तरफ़ा नही हो पा रही है।