डीजल-पेट्रोल की दामों में बढोतरी के विरोध में कांग्रेसीयों ने दिया तहसील मुख्यालय पर धरना
गौरव जैन
रामपुर। अखिल भारतीय काग्रेंस कमेटी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवाहन पर कांग्रेस महासचिव/प्रभारी उ0प्र0 प्रियंका गांधी व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू (विधायक) के निर्देशानुसार डीजल-पेट्रोल के बढतें दाम के विरोध में तहसील परिसर में शांन्तिपूर्ण ढंग से सामाजिक दूरी का पालन करते हुए प्रर्दशन किया। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष हाजी नाजिश खान, शमीम अहमद, एडवोकेट अरशद अली गुड्डू, मामून शाह, आसिम खाॅ, नोमान खाॅ द्वारा राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन रामपुर एसडीएम सदर को सौपा। इस मौके पर बहुत से कांग्रेसी नेताओं ने धरना स्थल पर पहुचकर जिलाध्यक्ष हाजी नाजिश खान को अपना सर्मथन दिया।
हाजी नाजिश खान ने बताया कि लाॅक डाउन के पिछले तीन माह के दौरान पेट्रोल व डीजल पर लगने वाले केंद्रीय उत्पाद शुल्क और कीमतों में बार-बार की गई अनुचित बढ़ोत्तरी ने भारत के नागरिकों को असीम पीड़ा व परेशानियां दी हैं। जहां एक तरफ देश स्वास्थ्य व आर्थिक महामारी से लड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर मोदी सरकार पेट्रोल व डीजल की कीमतों और उस पर लगने वाले उत्पाद शुल्क को बार-बार बढ़ाकर इस मुश्किल वक्त में मुनाफाखोरी कर रही है।
मोदी सरकार द्वारा भारत के नागरिकों से की जा रही जबरन वसूली एकदम स्पष्ट परिलक्षित हो रही है। उन्होनें कहा कि मई, 2014 में (जब भाजपा ने सत्ता संभाली थी), पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 9.20 रु. प्रति लीटर एवं डीजल पर 3.46 रु. प्रति लीटर था। पिछले छः सालों में केंद्र की भाजपा सरकार ने पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 23.78 रु. प्रति लीटर एवं डीजल पर 28.37 रु. प्रति लीटर की अतिरिक्त बढ़ोत्तरी कर दी है। चौकाने वाली बात है कि पिछले छः सालों में भाजपा सरकार द्वारा डीजल के उत्पाद शुल्क में 820 प्रतिशत तथा पेट्रोल के उत्पाद शुल्क में 258 प्रतिशत की वृद्धि की गई।
केवल पेट्रोल व डीजल पर लगने वाले उत्पाद शुल्क में बार-बार वृद्धि करके मोदी सरकार ने पिछले छः सालों में 18,00,000 करोड़ रु. कमा लिए। तीन माह पहले लाॅक डाउन लगाए जाने के बाद पेट्रोल व डीजल पर उत्पाद शुल्क को बार-बार बढ़ाकर तो मुनाफाखोरी और जबरन वसूली की सभी हदें पार कर दी गईं। इस मौके पर यासीन तुर्की, शारिक भाई, फरहान खाॅ, फैसल अहमद आदि मौजूद रहें ।