शारीरिक शोषण की शिकार युवती ने किया आत्महत्या, परिजनों का आरोप, पीडिता को आरोपी का परिवार कर रहा था मानसिक प्रताड़ित
फारुख हुसैन
लखीमपुर खीरी के गोला कोतवाली इलाके में 5 साल से शारीरिक शोषण की शिकार न्याय की आस में थाने से लेकर एसपी आफिस भटक रही युवती ने आखिरकार फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। मामले में युवती ने आरोपी के परिजनों पर टॉर्चर करने के गंभीर आरोप लगाये है। पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर आरोपी के तीन भाइयों को गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया है।
दरअसल पूरा मामला जिले के थाना गोल कोतवाली इलाके का है जहा गांव में एक युवती ने दुसरे सम्प्रदाय के एक युवक के प्रेम पाश में आकर लिव इन के तौर पर रहने लगी थी. युवती का आरोप था कि युवक उससे शादी का झासा देकर शारीरिक सम्बन्ध बनाता रहता था. लेकिन इस प्यार को रिश्ते की शक्ल देने के लिए जब महिला ने युवक पर दबाव बनाया तब युवक ने युवती से शादी करने से इनकार कर दिया. साथ ही लिव इन रिलेशनशिप में रहे रही युवती के साथ मारपीट करने लगा. सब कुछ सहते सहते करीब पांच साल का समय बीत गया इस बीच महिला गर्भवती हो गयी जिसका गर्भपात भी करा दिया गया।
बात बनते न देख पीडिता ने इसकी शिकायत पुलिस से किया तो उसे यहां भी लचर सिस्टम का सामना ही करना पड़ा. बमुशिकल हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए युवती के शोषण का मामला दर्ज कराया और पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
आरोप है कि महिला के टॉर्चर की कहानी इतने पर ही नही रुकी इस बार आरोपी के भाइयों ने महिला को सबक सिखाने की धमकी के साथ मामले में समझौता का दबाव बनाना शुरू कर दिया, जिससे आहत इस युवती ने आखिरकार मौत को गले लगा लिया।
इस प्रकरण में पीडिता के परिजनों ने मामले में पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे है. आरोप है कि महिला ने बार बार पुलिस को आगाह करते हुए जानकारी भी दी, पुलिस ने मामला भी दर्ज किया मगर कार्यवाही कोई भी नहीं किया. पीडिता की मांग पर मामले में विवेचक बदला गया। मामले की जांच करते हुए सीओ धौरहरा ने महिला के 164 के बयान दर्ज कराते हुए आरोपी को सलाखों के पीछे भेज दिया था।