बलिया तेजाब काण्ड – आरोपियों को बचाने के मामले में शहर कोतवाल विपिन सिंह पर जांच के आदेश
संजय ठाकुर
बलिया। शहर कोतवाली के शिवपुर दियर ग्राम में किशोरी के साथ छेड़खानी कर उसे तेजाब का कथित रूप से पिलाने के मामले में आरोपियों को क्लीन चिट देना बलिया शहर के कोतवाल विपिन सिंह पर भारी पड़ सकता है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र नाथ ने कोतवाल विपिन सिंह पर विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। हालांकि पुलिस महकमे में विपिन सिंह की अच्छी पकड़ मानी जाती हैं। इस मामले में जांच का दारोमदार अपर पुलिस अधीक्षक संजय यादव को सौंपा गया है। ऐसे में सबकी निगाह इस जांच पर टिकी हुई हैं। अब देखना यह है कि ये जांच कितनी निष्पक्ष हो पाती हैं?
उधर घटना के एक माह बाद भी किशोरी अस्पताल में जीवन व मौत से जूझ रही है। वहीं इस मामले में आम आदमी पार्टी के महासचिव व सांसद संजय सिंह के तल्ख तेवर अख्तियार करने के बाद प्रशासन ने आरोपियों के खिलाफ आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है। न्याय न मिलने के बाद पीड़ित किशोरी के पिता, आप नेता संजय सिंह की देहरी पर पिछले दिनों पहुंचे थे। इसके बाद आप नेता व सांसद श्री सिंह ने जिलाधिकारी हरि प्रताप शाही व पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ से बातचीत की। इसके बाद आनन फानन में विभागीय जांच के साथ ही आरोपियों के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। कार्रवाई के बाद शहर कोतवाल विपिन सिंह पर भी कार्रवाई की तलवार लटक गई है। शहर कोतवाल विपिन सिंह का इस पूरे प्रकरण में शुरु से ही संदिग्ध भूमिका रही हैं व इस पूरे मामले को शुरू से ही प्रेम प्रपंच से जुड़ा बताते रहे हैं। तथा ऐसी चर्चा है कि उन्होंने पुलिसिया जांच में आरोपियों को क्लीन चिट दे दिया व मुकदमे में भी काफी हीलाहवाली करते रहे।
जबर्दस्ती पिलाया गया था तेजाब
उल्लेखनीय है कि किशोरी के पिता ने दावा किया था कि गत 5 जून को उसकी किशोरी पुत्री के साथ गांव के दबंग युवकों ने छेड़छाड़ करने के साथ ही उसको जबर्दस्ती तेजाब पिला दिया था। इस मामले में किशोरी के पिता की शिकायत मिलने के बाद भी शहर कोतवाल मामले को रफा-दफा करने में जुटे रहे। बाद में मामले को तूल पकड़ता देख आनन फानन में गत 12 जून को धनजी, सुमंत पांडेय और निखिल सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
हालांकि पिता ने मुकदमा दर्ज होने के बाद दो आरोपियों को बचाने का पुलिस पर आरोप लगाया था। इस मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ, अपर पुलिस अधीक्षक संजय यादव व पुलिस उपाधीक्षक अरुण सिंह ने गांव में पहुँच कर मामले की छानबीन की थी। अपर पुलिस महानिदेशक बृज भूषण ने इस मामले को लेकर तल्ख तेवर अख्तियार कर लिया था जिससे पुलिस गलियारे में खलबली मची हुई हैं।