कोरोना के जद में आया पूरा जनपद, अस्पताल, बैंक, तहसील, कलेक्ट्रेट से लेकर जिला जेल तक हुआ कोरोना के संक्रमण का शिकार
अरविन्द यादव
(बलिया) अदृश्य दुश्मन कोरोना ने अब लगभग पूरे जिले को चपेट में ले लिया है। शायद ही कोई क्षेत्र बचा हो जहां कोविड-19 का संक्रमण न पहुंचा हो। बैंक, तहसील कार्यालय, पुलिस महकमा, कलेक्ट्रेट के लोगों को गिरफ्त में लेते हुए इसकी ज्वाला आज जिला कारागार में भी पहुंच गई। गुरुवार को मिले कुल 87 नये कोरोना मामलों में एक दर्जन मरीज जिला जेल के ही सामने आए हैं। अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बलिया में 939 कोरोना पॉजिटिव मरीज पाये जा चुके हैं जिसमे से 523 उपचार के बाद ठीक हो गये हैं जबकि 9 लोगों की मौत भी हो चुकी है। बलिया में इस समय 376 एक्टिव मरीज विभिन्न एल वन अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं।
बलिया में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। शासन-प्रशासन से लेकर प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया तक लोगों को निरंतर सुझाव दे रही है कि इस वैश्विक महामारी से कैसे बचना है। बावजूद इसके जनमानस ने उदासीनता की सारी हदें पार कर दी है। बचाव के लिए हमें खुद अपनी मॉनीटरिंग करनी होगी कि हम खुद को कितना सुरक्षित रख पा रहे हैं फिर भी उदासीनता। स्वास्थ्य विभाग की आज की बुलेटिन ऐसे लोगों को सचेत कर रही है कि अब भी नहीं माने तो लिस्ट में अगला नाम उन्हीं का होगा जो बेमतलब घर से बाहर निकल रहे हैं और इस भ्रम में जी रहे हैं कि कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा। विश्वस्त सूत्रों की मानें तो स्वास्थ्य विभाग की लिस्ट में जिन लोगों के नाम आ रहे हैं
उनमें से कुछ लोग न तो होम क्वारंटाइन हो रहे हैं और न ही कहीं भर्ती हो रहे हैं। ये लोग बेधड़क इधर-उधर घूम रहे हैं जिसकी वजह से कोरोना का संक्रमण निरंतर बढ़ रहा है। बुलेटिन के अनुसार जिला कारागार में 12, रामपुर उदयभान व बनकटा में सात-सात, स्टेशन चौक रोड में भी सात, महावीर घाट में दो, विजयीपुर में तीन, जापलिनगंज में पांच, मिड्ढी में तीन, राजपूत नेवरी में चार, कदम चौराहा क्षेत्र में एक, कृष्णानगर में भी एक, शास्त्री नगर में दो, आयुर्वेदिक कालोनी सिविल लाइंस में चार, निधरिया में दो, तिखमपुर में एक, रेलवे आदर्श कालोनी में आठ, बिशुनीपुर और आवास विकास कालोनी में एक-एक, मरीज आज कोरोना संक्रमित मिलें हैं जबकि शेष ग्रामीण क्षेत्रों के हैं।
सीएचसी रेवती की चिकित्सा प्रभारी के भी कोरोना की चपेट में आने की जानकारी मिली है। देखा जाए तो शहर का करीब-करीब हर मुहल्ला हॉटस्पॉट क्षेत्र घोषित हो चुका है। सरकारी महकमे से जुड़े लोग तो दहशत के आलम में अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं वहीं खौफ उन स्वास्थ्य कर्मियों में भी है जिन्हें बिना पीपीई किट के संक्रमित लोगों का सैंपल लेना पड़ता है जबकि प्रशासन दावा कर रहा है कि स्वास्थ्य कर्मियों को संबंधित संसाधन मुहैया करा दिए गए हैं।