अमेरिकी अख़बार ने किया खुलासा तो बोले राहुल गाँधी – फेसबुक और व्हाट्सएप पर भाजपा और संघ का नियंत्रण, भाजपा ने दिया ये जवाब

आदिल अहमद

नई दिल्ली. भारत की सियासत में अमेरिकन अखबार में छपी एक खबर को लेकर माहोल गर्म हो रहा है। अमेरिकन अख़बार ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ में एक लेख छपा है जिसमे उसने फेसबुक को हाशिये पर रखते हुवे लिखा है कि भारत में हेट स्पीच पर भाजपा समर्थको और नेताओं पर फेसबुक केवल इस लिए कार्यवाही नही करता है क्योकि इससे उसके कारोबार पर भारत में असर पड़ सकता है। लेख में फेसबुक के एक अधिकारी के बयान का भी उल्लेख किया गया है।

अमेरिकन अखबार “वाल स्ट्रीट जर्नल” में छपे इस लेख में कहा गया है कि भारत में सत्ताधारी पार्टी बीजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के हेट स्पीच और आपत्तिजनक सामग्री को लेकर फेसबुक “कोताही बरतता” है। लेख में फेसबुक के एक अधिकारी के हवाले से यह भी कहा गया है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं को दंडित करने से “भारत में कंपनी के कारोबार पर असर पड़ेगा।” लेख में कहा गया है कि फेसबुक ने बीजेपी को लेकर व्यापक पैमाने पर अनुचित तरजीही दी है।

इससे पहले कोरोना वायररस, चीनी घुसपैठ और बेरोजगारी समेत विभिन्न मुद्दों पर मोदी सरकार को आड़े हाथ लेने वाले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गाँधी ने इस मुद्दे पर भी आक्रामक रुख अख्तियार किया है। राहुल गाँधी ने लेख का हवाला देते हुए रविवार को भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर निशाना साधा। उन्होंने आरएसएस और बीजेपी पर भारत में फेसबुक और व्हॉट्सएप पर नियंत्रण या कब्जा करने का आरोप लगाया है।

उन्होंने अपने ट्वीट में लेख की कापी लगाते हुवे लिखा है कि  “भारत में फेसबुक और व्हॉट्सएप पर बीजेपी और आरएसएस का कब्जा है। ये इसके जरिये फेक न्यूज और नफरत फैलाते हैं। वे चुनाव को प्रभावित करने में भी इनका इस्तेमाल करते हैं। आखिरकार, अमेरिकी मीडिया में फेसबुक के बारे में सच बाहर आ गया।”

वही राहुल गाँधी के ट्वीट के जवाब में भाजपा के तरफ से केंद्रीय दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पलटवार किया है। प्रसाद ने अपने ट्वीट में कहा है कि “अपनी ही पार्टी के लोगों को प्रभावित नहीं कर सकने वाले हारे हुए लोग इस बात का हवाला दे रहे हैं कि पूरी दुनिया भाजपा और आरएसएस द्वारा नियंत्रित है। चुनाव से पहले डेटा को हथियार बनाने के लिए आपको कैंब्रिज एनालिटिका और फेसबुक के साथ गठजोड़ करते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था और अब हमसे सवाल कर रहे हैं?”

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