कोरोना महामारी के बीच आवाम के लिए फिक्रमन्द पार्षद मोहम्मद सलीम
फुल मुहम्मद “लड्डू”
वाराणसी. कोरोना महामारी के बीच जहा हर तरफ लोग अपनी ही फिक्र कर रहे है वही शहर बनारस में एक ऐसा भी शख्स है जिसको अपने से ज्यादा आवाम की फिक्र है। लोगो ने इस महामारी में और लॉक डाउन के दरमियान अगर चंद सिक्को का अनाज भी तकसीम किया तो उसके लिए भी मीडिया फुटेज इकठ्ठा कर डाला। कुछ तो ऐसे भी थे जो थोडा सरकारी काम भी करवाते तो खुद के जयकारे के लिए छपास रोग पैदा कर ले रहे थे।
इस दरमियान काफी ऐसे लोग भी थे जिन्होंने ख़ामोशी के साथ बंद मुट्ठी से गरीबो की मदद किया। ये लोग रात के अंधेरो में लोगो के घरो तक राशन और अन्य ज़रूरी सामानों को पंहुचा रहे थे और आज भी मदद करते रहते है। ये वो शख्सियत है जिनके इस नेक काम से वास्तव में रब खुश होता है। हमने ऐसे लोगो से उनके नज़रिए लेने की कोशिश कई से किया मगर लोगो ने ये कहकर मना कर दिया कि ये काम सिर्फ इंसानियत के मद्देनज़र हुआ है। इसमें खबर और नज़रियो के वजह से लोगो में इसकी जानकारी होगी जो सही नही है।
ऐसे ही एक शख्स है वार्ड 65 वाराणसी के कांग्रेस पार्षद मो0 सलीम। हमारी आज उनसे देर रात मुलाकात हुई। पसीने से तरबतर सलीम मिया राजवी गली खजूर वाली मस्जिद के बगल में ख़राब हो चुके चौको की मरम्मत करवा रहे थे। हमने जब उनसे इस मुताल्लिक बात करने की कोशिश किया तो उन्होंने बड़ी मुहब्बत से मना करते हुवे कहा कि अल्लाह ने हमको भी काफी कुछ ऐसा बक्शा है जिसके हम हकदार नही है। ये तो उस रब का शुक्र है जिसने हमें इतना काबिल बनाया कि किसी की मदद कर सकते है। उसमें खुद के कामो का मुजाहिरा करके उस रब के फरमान की नाफर्माबर्दारी नही कर सकते है। इस मुद्दे को छोड़ कर बात करे।
उन्होंने बताया कि शेत्र की इस गली का निर्माण कार्य नही हुआ था। इसके कारण गलियों के चौके ख़राब हो चुके थे। इसकी मरम्मत के बजाये इसको बदलवाया जा रहा है। इसी तरीके से बनिया सुलभ शौचालय के पास भी दिक्कत थी जिसको दूर करवाया जा चूका है। देर रात काम इसलिये भी लगवाया जाता है कि किसी को परेशानी न हो। लम्बे अरसे से आस पास पानी की दिक्कत थी जिसका निस्तारण करवाया और लगभग दो दशक के बाद घरो में पानी पंहुचा है।