अनिल विज ने अपने स्वेच्छिक कोष से 10 लाख रुपये की राशि मिशन अस्पताल अम्बाला शहर को सौंपी
तरुण गौड़
अम्बाला :- गृह, शहरी स्थानीय निकाय एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने अपने स्वेच्छिक कोष से 10 लाख रुपये की राशि मिशन अस्पताल अम्बाला शहर को सौंपी है। इस राशि से अस्पताल में वेंटिलेटर खरीदने, आईसीयू में सुधार करने व अस्पताल सम्बन्धी चिकित्सा सुविधाओं के लिये काम किया जायेगा। गृहमंत्री अनिल विज के सेवाभाव और मिशन अस्पताल के कार्य को देखते हुए उनके साथियों ने भी दो बाईपेप वेंटिलेटर देने का काम किया है। इन दोनों वेंटिलेटरों की कीमत करीब एक लाख रुपये होगी। गृहमंत्री द्वारा दिये गये सहयोग के चलते मिशन अस्पताल में मरीजों को और बेहतर चिकित्सा उपलब्ध हो सकेगी और कोरोना काल में मिशन अस्पताल अपेक्षाकृत सेवा के अधिक कार्य कर पाएगा।
गृहमंत्री ने कोरोना महामारी के चलते मिशन अस्पताल द्वारा कोरोना संक्रमित मरीजों के लिये किये जा रहे कार्यों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा मिशन अस्पताल अम्बाला शहर को कोविड केयर सेंटर के रूप में स्थापित किया गया है और पिछले कईं दिनों से मिशन अस्पताल के चिकित्सक व अन्य स्टाफ जिला प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कोरोना संक्रमण को रोकने की दिशा में बेहतर तरीके से कार्य कर रहा है जोकि काफी सराहनीय है। मिशन अस्पताल के निदेशक डा0 सुनील सादिक ने चिकित्सा सुविधाओं के लिये दी गई धन राशि केे लिए गृहमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन में प्रदेश भर में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिये बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं। स्वंय मंत्री ने अस्वस्थ होते हुए भी इस पूरी प्रक्रिया पर ध्यान दिया। अब मंत्री जी स्वस्थ हो चूके है और अपने काम पर अधिक ध्यान दे सकेगें। विज की कार्य प्रणाली की सराहना करते हुए उन्होनें कहा कि वे हर मामले में अपडेट रहे और यही कारण है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के प्रभाव को रोकने के दृष्टिïगत स्वास्थ्य विभाग अच्छा काम कर रहा है।
डा0 सुनील सादिक ने यह भी बताया कि मिशन अस्पताल वर्ष 1983 से जनसेवा के कार्य में लगा हुआ है। कोरोना काल की बात करें तो इस कोविड केयर सेंटर से करीब 600 कोरोना प्रभावित मरीज स्वस्थ होकर सकुशल अपने घर भी पंहुचे हैं। सेवा का यह कार्य आगे भी यह कार्य निरंतर जारी रहेगा। इस मौके पर गृह मंत्री अनिल विज के मीडिया प्रभारी विजेन्द्र चौहान भी थे।