अतीक के चचेरे भाई हमज़ा पर प्रशासन हुआ सख्त, करोडो की संपत्ति पर खूब गरजा बुलडोज़र
तारिक़ खान
प्रयागराज. अतीक अहमद के चचेरे भाई हमजा उस्मान की करोड़ों की संपत्ति पर शुक्रवार को प्रशासन का बुलडोजर चल गया। मेंहदौरी के पास हमजा ने राजकीय आस्थान की करीब दो बीघा जमीन पर कब्जा कर लिया था। प्लाटिंग कर उसे बेचना भी शुरू कर दिया था। सरकारी जमीन को कब्जा मुक्त कराने के लिए भारी संख्या में पुलिस फोर्स, एडीए, राजस्व विभाग और पीडीए की टीम ने शुक्रवार दोपहर से कार्रवाई शुरू की। पांच मकान और कई छोटे निर्माण को जमींदोज कर दिया गया। प्रशासन को अवैध कब्जे की शिकायत मिली थी जिसकी जांच कराई गई थी।
मेंहदौरी का रहने वाला हमजा उस्मान, अतीक अहमद का चचेरा भाई और गिरोह का सक्रिय सदस्य है। हमजा के खिलाफ शिकायत मिली थी कि मेंहदौरी में गैस गोदाम के पास उसने तकरीबन दो बीघा सरकारी जमीन पर कब्जा कर प्लाटिंग शुरू कर दी है। कुछ मकानों को उसने बेच भी दिया था। जून में मिली शिकायत की जांच कराई गई। नोटिस भेजा गया, लेकिन किसी ने रिसीव नहीं किया।
नोटिस घरों पर चस्पा कर दिया गया था। एसडीएम सदर के नेतृत्व में शुक्रवार की दोपहर को भारी पुलिस बल, पीडीए और नगर निगम की टीमों ने सरकारी जमीन पर कब्जा खत्म करने के लिए कार्रवाई शुरू की। बुलडोजर से पांच मकानों को ध्वस्त किया गया। कुछ तो दो मंजिला बन गए थे। कई छोटे निर्माणों को भी एडीए की टीमों ने ध्वस्त किया। कार्रवाई देर रात तक चलने की वजह से अभी मलबा नहीं हटाया जा सका था। पीडीए के जोनल अफसर आलोक पांडेय ने बताया कि जिस जमीन पर कार्रवाई हुई है, वह स्टेट लैंड थी। शुक्रवार को करीब पांच हजार वर्ग मीटर भूमि को कब्जा से मुक्त कराया गया।
हमजा ने राजकीय आस्थान की जितनी जमीन पर कब्जा किया था, उसकी कीमत तकरीबन दस करोड़ आंकी जा रही है। अफसरों ने बताया कि उस पर लगभग 50 लाख से अधिक का निर्माण कराया गया था, जिसे ध्वस्त कर दिया गया। इस सम्बन्ध में एसडीएम सदर अजय नारायण ने बताया कि “राजकीय आस्थान की जमीन पर कब्जा कर लिया गया था। उस पर अवैध प्लाटिंग कर निर्माण भी कराया गया था। शुक्रवार को हुई कार्रवाई में भूमि को कब्जे से मुक्त कराया गया।“